जयपुर। बारात की विदाई के समय माहौल गमगीन सा हो जाता है। भीगी आंखों से दुल्हन अपनी मां और पिता के अलावा अपने भाई बहन से गले मिल कर विदा लेती है। मगर कई बार यह सब बड़ा उल्टा सा हो जाता है। यह वाकिया इसी तरह के घटनाक्रम से जुड़ा है। यह वाकिया है, एक विवाह समारोह का। हंसी खुशी से शादी की रस्में पूरी होती रही,मगर जब मौका दुल्हन की विदाई का आया तो बड़ा बवाल हो गया। दर असल दुल्हन की विदाई के समय उसके पीहर पक्ष ने कहा कि हमारी रिवाज के अनुसार विदाई के समय दुल्हन को अकेला नही भेजा जाता।
इस पर उसके दोनों छोटे भाइयों को दुल्हन के साथ भेज दिया। बारात जब शहर के तालग्राम तिराहे पर पहुंची तो इसमें शामिल कुछ मन चलो ने दुल्हन के भाइयों के साथ अप्रिय छेड़ छाड़ कर डाली। इस पर माहोल बिगड़ गया। इनमें आपस में मारपीट हो गई। जानकारी मिलने पर दुल्हन के पीहर पक्ष के कुछ लोग वहां पहुंचे और बीच बचाव की कौशिश करने लगे तो बारातियों ने उन्हें भी दौड़ा दौड़ा कर पीटा। वारदात में दुल्हन के दोनों भाइयों के साथ छह लोग घायल हो गए,जिन्हें ईलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया।
दुल्हन के रिटायर फौजी भाई ने पुलिस थाने जा कर नामजद तहरीर दी है। जानकारी में रहे कि नाबीगंज चौकी के पथरिया गांव निवासी पंकज कुमार रिटायर फाेजी है। उनकी बहन सरिता की शादी तालग्राम थाना इलाके के रोसासुर निवासी अनूप सिंह के साथ हुई थी। शादी का कार्यक्रम २४ जनवरी को प्रेम पुर के मां अंजली गेस्ट हाउस में हुवा था। 25 जनवरी को बारात विदा हो गई। विदाई के समय उसकी बहन के साथ उसका छोटा भाई सुमित और राहुल भी उनके साथ जा रहे थे।जब वे तालग्राम चौराहे के पास पहुंचे।
तभी किसी बात को लेकर उनमें विवाद हो गया। इसके बाद बारातियों ने दुल्हन के भाइयों और रिश्तेदारों के साथ मारपीट कर दी। इस बात की जानकारी उसकी बहन को फोन करके दी। जब अन्य परिजन मौके पर पहुंचे तो बारातियों ने उनको भी पीटा। दुल्हन के जेवरात भी लूट लिए। दुल्हन के भाई ने पुलिस को बताया कि यह सारा कांड भाजपा के लोकल नैता के इशारे पर किया गया। वे जब बहलबल पुर चौकी पर गए तो इंचार्ज को सारे मामले की जानकारी दी तो पुलिस ने उन्हें इस रिपोर्ट में जेवरात लूटने की बात नहीं लिखने को कहा। पंकज ने कहा की विदाई के समय दुल्हन को अकेला नही भेजा जाता। ऐसे में बहन के साथ दोनों भाइयों को भेजा गया था। बस इसी बात को लेकर इतना बवाल हो गया। पुलिस इस मामले को समझाइश से निपटाने की कौशिस की जा रही है।