सीवरेज में सफाई के लिए सफाई कर्मचारियों की होने वाली हनी को बचाने में काफी मददगार साबित हो रहा है। क्लब पर द्वारा बनाया गया यह रोबोट काफी सारी मुंसिपल कॉर्पोरेशन में काफी मददगार साबित हो रहा है। रोबोट की खास बात है कि यह पूरा बैटरी बैटरी से संचालित होता है और इसको चार्ज करने के लिए इसमें सोलर पैनल्स भी लगे हुए हैं। यहां तक कि रोबोट्स के अंदर गैस को डिटेक्ट करने के लिए भी सेंसर से लगे हुए हैं और इसमें कैमरास भी लगे हुए हैं।
एक हाइड्रोलिक बेस रोबोटिक आर्म है जो कि सीवरेज के मैनहोल के अंदर जाकर गंदगी को बाहर निकाल कर लेकर आती है। कंपनी में इस बात का भी ध्यान रखा है कि इसको चलाने वाला ऑपरेटर ज्यादा स्किलफुल ना हो तो भी इसको चलाया जा सकता है। क्योंकि यह रोबोट फुली ऑटोमेटिक है। दिल्ली में आयोजित हो रहे हैं स्वच्छता सर्वेक्षण में भी इस रोबोट की खूबी को काफी सराहा गया। भारत की महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी इस रोबोट की काफी प्रशंसा की, उन्होंने कहा इस प्रकार से एक फौजी को अपनाकर हम लोग स्वच्छता में काफी बड़ा योगदान दे रहे हैं। यहां तक कि अर्बन मिनिस्टर हरदीप सिंह पुरी ने भी इस रोबोट को काफी सराहा।
क्लब फर्स्ट रोबोटिक्स अपने उत्पादों की वजह से काफी चर्चा में रह चुका है उनका रोबोट सोना 2.5 में कोबिट काल में भी मरीजों की काफी मदद की तथा उनके द्वारा बनाया गया Xena ५.o डिफेंस और फायर फाइटिंग में भी काफी मददगार साबित हो रहा है।