जयपुर : गांधीनगर रेलवे स्टेशन को विश्व स्तरीय बनाने के लिए लगभग 180 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसका योजना की क्रियांविति का काम शुरू भी हो गया है। करीब ढाई साल तक गांधीनगर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य चलेगा। इस दौरान गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर रुकने वाली ट्रेनों को जगतपुरा स्टेशन पर स्टॉपेज दिया जाएगा। यहां की पाकिर्ंग भी बंद रहेगी. मंथली पास धारक ठेकेदार से पार्किंग का पैसा वापस ले सकते हैं।
15 अक्टूबर से गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर व्हीकल की नो एंट्री आरंभ करदी गई है। करीब 180 करोड़ रूपए खर्च करने के बाद गांधीनगर रेलवे स्टेशन की सूरत बदल जाएगी। स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट की तरह बेहतर सुविधाएं मिलेंगी. रेलवे अधिकारियों की मानें तो गांधीनगर रेलवे स्टेशन का विश्व स्तरीय पुनर्विकास किया जाएगा. 2 नई बिल्डिंग के साथ ही एयर कॉनकोर्स और खुली छत पर सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
सौंदर्य के लिए मौजूदा स्टेशन के भवन का नवीनीकरण किया जाएगा. गांधीनगर जयपुर स्टेशन का संपूर्ण पुर्नविकास जयपुर शहर की विरासत पर आधारित होगा. हेरिटेज की तर्ज पर गांधीनगर रेलवे स्टेशन को विकसित किया जाएगा. गुलाबी शहर की समृद्धि और विकास को विभिन्न स्थापत्य तत्व और विश्ोषताओं जैसे जाली कार्य, मेहराब, गुबंद, छतरी, झरोखा, बारादरी, अलंकरण के माध्यम से किया जाएगा।निर्माण के साथ-साथ संचालन और ऊर्ज़ा खपत में कमी के लिए सुविधाओं के साथ ग्रीन बल्डिंग की सुवधिाएं भी होंगी. नई बिल्डिंग नेट जीरो एनर्जी बेस्ड होगी। कचरे के प्रसंस्करण, वर्षा जल संचयन जैसे संसाधन भी होंगे।
उत्तर पश्चिम रेलवे के सूत्रों के अनुसार वर्तमान गांधीनगर जयपुर स्टेशन पर दो नई बिल्डिंग के निर्माण का कार्य आरम्भ हो गया है। रेलवे स्टेशन के भवन के सामने की ओर की मुख्य इमारत जी प्लस टू बल्डिंग बनाई जाएगी। मुख्य प्रवेश स्टेशन भवन में डिर्पाचर लॉबी, वेस्टबिुल, बैगेज स्कैनर के साथ सुरक्षा जांच क्षेत्र, हेल्पडेस्क क्षेत्र, प्रस्थान हॉल, शौचालय, आरपीएफ कक्ष और हैड टीसी कक्ष जैसी सुवधिाएं होंगी। हेल्प डेस्क, शौचालय और प्रतीक्षालय पहले से बड़े और अत्याधुनिक सुवधिाओं से युक्त बनाए जाएंगे, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
यात्रियों को मिलेंगी यह सुवधिाएं.. गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर सभी सुविधाओं को बड़े और अत्याधुनिक शिल्प कला के तौर पर विकसित किया जाएगा. प्लेटफार्म 1 पर अनाराक्षित प्रतीक्षालय, एग्जीक्यूटिव प्रतीक्षालय, खुदरा स्टॉल, शौचालय, शशिु आहार कक्ष और प्लेटफार्म संख्या 1 पर आने वाले यात्रियों के लिए आगमन का कक्ष होगा. इस भवन का मेजेनाइन फर्श बनाया जाएगा. भूमि तल पर विभिन्न रेलवे कार्यालय और दूसरी मंजिल पर एक्सेस कंट्रोल, मेटल डिटेक्टर सिस्टम, बैगेज स्कैनर सिस्टम, अतरिक्ति प्रतीक्षा कक्ष, रिटेल स्टॉल, मॉड्यूलर शौचालय, सीढियां लिफ्ट, एस्केलेटर होंगे।
दूसरे नम्बर के प्रवेश स्टेशन की इमारत जी प्लस 1 की होगी. जिसमें टिकिट काउंटरों के साथ हॉल में बुकिंग का कार्यालय, बैगेज स्कैनर के साथ सुरक्षा जांच प्रस्थान हॉल होंगे। अंदर प्लेटफार्म नंबर 2 पर अनारक्षित प्रतीक्षा हॉल, शौचालय, बेबी केयर रूम, आरपीएफ थाना, आगमन हॉल, कुली रूम और स्वास्थ्य निरीक्षक कक्ष होंगे। यह तमाम सुवधिाएं अत्याधुनिक होंगी। रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं की अनुभूति होगी।