अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रथम श्री अजयपाल लाम्बा ने राजस्थान के सबसे बड़े विश्वविद्यालय के संघटक कॉलेज महारानी कॉलेज में छात्राओं के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को मनोवैज्ञानिक रूप से मजबूत एवं शारीरिक रूप से दक्ष बनाना है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि इस आत्मरक्षा प्रशिक्षण के माध्यम से छात्राओं के मन में सुरक्षा की भावना जागृत हो।साथ ही उन्हें कानूनी रूप से उनके अधिकारों के बारे में जानकारी हो।
नये सत्र से इसकी शुरुआत की गई है।इसे अन्य कॉलेजो व स्कूलों में भी शुरू किया जायेगा ताकि प्रत्येक छात्रा को जागरूक करने के साथ-साथ आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षित किया जा सके। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ने कहा कि इस प्रशिक्षण के बाद मेरी यह अपेक्षा है कि इसे अपने तक ही सीमित नहीं रखें।इससे आप अपने समाज एवं मोहल्ले में दूसरी महिलाओं को भी प्रशिक्षित करें। उन्होंने छात्राओं को अधिक मेहनत करने और अपना आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए प्रेरित करने के साथ ही छात्राओं का भविष्य किस प्रकार से बेहतर बनाया जा सकता है, इस संबंध में छात्राओं से संवाद भी किया।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त एवं निर्भया स्क्वॉड की नोडल अधिकारी सुनीता मीना ने कहा कि छात्रायें अपनी जीवनशैली में आत्मरक्षा को अपनाएं।वर्तमान परिदृश्य में विशेषकर छात्राओं को किसी भी खतरे से अपना बचाव करने में सक्षम होना चाहिये।यह प्रशिक्षण ऐसा जीवन कौशल है जो अप्रत्याशित अनहोनी के लिए तैयार रहने में मदद करता है। प्राचार्या डॉ मुक्ता अग्रवाल ने कहा कि छात्राओ को उनकी सुरक्षा के प्रति जागरूक, आत्मविश्वासी और आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह अच्छी पहल है।उप-प्राचार्या डॉ चन्द्राणी सेन ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर महिला हेल्पलाइन नंबर भी लॉन्च किए गए।कार्यक्रम में शिक्षिकायें, छात्रायें एवं निर्भया टीम उपस्थित थी।