जयपुर: राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के अंत में होने हैं. डेढ़ साल शेष रहने के साथ ही राज्य के राजनीतिक दलों और नेताओं ने चुनावी मोड में प्रवेश कर लिया है. मीडिया में इन दिनों आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. इसी कड़ी में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने बांसवाड़ा में पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, ''अब पता चल गया है कि राजस्थान की सरकार कमजोर क्यों है? इस बात को खुद सीएम अशोक गहलोत ने माना है और हम पहले ही कर चुके हैं. उनका कहना है कि जब किसी पार्टी में अंदरूनी कलह और अंतर्विरोध होता है तो उसका प्रतिबिंब शासन पर होता है।"
सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का आलाकमान आज तक फैसला नहीं कर पाया है. अजीब बात है कि सीएम अशोक गहलोत मान रहे हैं कि उनका इस्तीफा सोनिया गांधी से झूठ बोल रहा है। पूनिया ने कहा कि उन्हें लगता है कि कांग्रेस ने जिस तरह से राज्य में किसानों और युवाओं से वादा किया था, सभी को धोखा दिया, जनता समझ गई है. उन्होंने कहा कि 2023 में जनता कांग्रेस छोड़कर हर वादे का करारा जवाब देगी. 2018 में जो नतीजे सामने आए वो वैसे ही हैं जैसे लकड़ी की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने सोनिया गांधी से आग्रह किया, ''हमें और राजस्थान को बख्श दो, किसानों का कर्ज माफ करो, बेरोजगारों को धोखा दो, दलितों और वंचितों को प्रताड़ित करो, महिलाओं और लड़कियों के साथ बलात्कार करो, कैसी ढीली व्यवस्था है और इसी वजह से अगर अशोक गहलोत की कुर्सी बची है, तो सोनिया गांधी, कृपया राजस्थान। अगर उन्होंने इस्तीफा दे दिया है, तो इसे स्वीकार करें। ”