जयपुर। शहर के जे.के.लॉन अस्पताल में गत बुधवार को एक शातिर ठग ने दिल के रोग के शिकार बच्च्ो के परिजन को लूट लिया। वाकिए के अनुसार फिरोजाबाद यूपी निवासी श्रवण के दस माह के शिशु की आंतों मंें ट्यूमर की बीमारी के उपचार के लिए यहां आया था, तमाम औपचारिकताओें को पूरा करके उसका तुरंत ऑपरेशन हो गया। इसी दौरान चिकित्सक ने बच्चे के पिता क ो बताया कि शिशु को हार्ट की भी तकलीफ की भी शंका व्यक्त दी। इसकी जांच के लिए कुछ जरूरी जांचें लिखकर दी।
बालक के पिता श्रवण कुमार ने बताया कि तमाम जांचों की रिपोर्ट उसे गुरूवार सुबह मिलनी थी। जिसका इंतजार कर रहा था। तभी अस्पताल के मुख्य द्बार पर खड़ा एक युवक उसके करीब आया और कहने लगा कि मैं यहीं अस्पताल में काम करता हूं। काफी देर से आपकी परेशानी देख रहा हूं। आप चाहें मैं आपकी मदद करूं। यहां मेरा लगभग सभी लोगोे ं से संपर्क है। तुम्हारा काम बिना कोई परेशानी के पूरा हो जाएगा। बालक के पिता श्रवण कुमार ने कहा कि उन्हें विश्वास में लेने के लिए वह अपने मोबाइल पर डॉक्टर से बात करने का नाटक करने लगा।
अपना विश्वास जताने के बाद वह श्रवण कुमार से यह भी बताने लगा कि रिपोर्ट को तरकीब से ही लिया जा सकता है, आप चाहो तो मैंे तुम्हारी मदद कर सकता हूं, इसके लिए तुम्हें मेरे साथ चलना होगा। वाकिए के समय बच्चे की मां वहीं मौजूद थी, जिसने भी साथ चलने की जिद की तो शातिर बदमाश कहने लगा कि ऐसे मामले मेंगोपनीयता बरतनी होती है। अनावश्यक ही भीड़- भाड़ से काम और अधिक बिगड़ने का खतरा रहता है। यह बता कर वह श्रवण को साथ लेकर रामनिवास बाग चला गया। लेब से रिपोर्ट लाने की बात कह कर वह कु छ देर के लिए वहां से चला गया। कोई दस मिनट के बाद आया और कहने लगा कि आपके बच्चे की जांच पूरी हो चुकी है। एक हजार रूपए देकर उसे प्राप्त किया जा सकता है। मगर पैसे तो दो, बिना पैसे दिए मैं रिपोर्ट कैसे लाऊंगा। ठग की बात सुनकर श्रवण कुमार ने उसे पांच- पांच सौ रूपए के दो नोट दे दिए और वह किसी अज्ञात जगह पर चला गया। श्रवण कुमार इंतजार करने लगा। एक घंटा गुजरने के बाद भी वह नहीं लौटा तो उसे खोजने का प्रयास करने लगा। तभी वह अस्पताल की लैब में जा कर वहां के प्रभारी को आप बीती बताई। इस पर जानकारी मिली कि कोई बीस- बाईस साल का युवक आया था और रिपोर्ट ले गया।
श्रवण कुमार ने घटना की जानकारी एसएमएस पुलिस थाने में जाकर दी। ऐसे में उसे सलाह दी गई कि घटना की रिपोर्ट आसानी लिखी जा सकती है, मगर हमारा सुझाव है कि अज्ञात ठग को खोजने का प्रयास करते रहो। कोई संदिग्ध दिखे तो हमें मैसेज कर देना। पुलिस की टीम तैयार रहेगी और मौके पर पहुंच कर शातिर ठग को पकड़ लिया जाएगा इस तरह आप को अधिक परेशानी भी नहीं होगी। बदमाश युवक को गिरफतार कर आपके नकद पैसे और हार्ट की जांच की रिपोर्ट को भी दिलवा दिया जाएगा। दूसरी ओर एफआईआर लिखवाने के बाद ठग को पकड़े जाने और उससे माल बरामदगी की कार्रवाही लंबी होती है। आपका निवास यूपी के फिरोजाबाद में है। वहां से आना- जाना आपके लिए अधिक असुविधा जनक रहेगा। श्रवण बताता है कि सायं के समय वह जब हार्ट विश्ोष डॉ आर. के. गुप्ता के पास गया तो उनका सुझाव था कि चोरी गई रिपोर्ट और पैसे नहीं मिलने वाले है। बेहतर यही होगा कि इस बात को यहीं खत्म करदें। रहा सवाल हार्ट की जांच की रिपोर्ट का, इसकी हम दूसरी कॉपी मंगवा लेंगे। जिससे हमारा परपज सोल्व हो जाएगा।