जयपुर। कई बच्चों की आदत होती है,पैन पैंसिल जो कुछ भी हो,अपने मुंह में फंसा लेते है। इनकी यह हैबिट कई बार बड़ी दुर्घटना का कारण बन जाती है और इस पर उनकी जान भी चली जाती है। यह वाकिया इसी तरह की घटना से जुड़ा है। शहर के संजय हॉस्पिटल में रात के कोई नौ बजे होंगे, नौ साल का एक बच्चा आर्यन सीरियस हालत में लाया गया था।
दुबले पतले शरीर वाले इस बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। मुंह खोल कर सांस लेने के बाद भी,उसका बदन नीला पड़ गया। उल्टियां और खांसी होने पर उसे संजय हॉस्पिटल के नाक कान और गला विभाग में लेजाकर वहां केविशेषज्ञ को दिखाया था। दूरबीन की मदद से चैकअप करने पर बच्चे के गले के भीतर कोई बाहरी चीज फंसी दिखाई दी। इस पर बच्चे को सांस लेने में परेशानी हो थी। उसके बदन में ऑक्सीजन का लेबल लगातार कम हो रहा था। यह केश इमरजेंसी था। तुरंत ही उसे,ऑपरेशन थियेटर में शिफ्ट कर दिया। लगभग आधा घंटे के प्रयासों से,दूरबीन विधि से पैन का ढक्कन निकाल दिया। बच्चा अब ठीक है। उपचार फिलहाल जारी है।