जयपुर। यह सत्य कथा ऐसे सायकोकिलर की है,जिसे देख कर हर कोई हैरान है। बताया जाता है कि एक खतरनाक मानसिक रोगी जो अब तक छह युवतियों की हत्या कर चुका था। एक के बाद एक अपराध किए जा रहा था। हालत यह हो गई की इस मामले ने राजनैतिक रूप ले लिया था।मीडिया में यह केश लीड तौर प्रसारित होने लगा था। कई विदेशी मीडिया भी इस में रुचि ले रहे थे।
पुलिस की हालत खराब होने लगी थी।अपनी छवि बचाने के लिए एस टी एस को इस विशेष अभियान की बागडोर सौंपी। तभी पुलिस को त्रिवेणी मोड़ पर स्थित एक किराए के मकान में एक युवती का मर्डर होने की जानकारी मिली थी। पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची तो बीस बाइस साल की एक खूबसूरत युवती की खून से सनी निर्वस्त्र हालत में लाश मिली । लाश को देखने से लगता था की मृतका ने हत्यारे से काफी संघर्ष किया था।
इसकी शिनाख्त पर पता चला की वह कृषि विभाग में अधिकारी थी। वह अविवाहित थी। नोकरी के चलते किराए के मकान में रह रही थी। उसका नाम पाखी था। पुलिस टीम को सूचना मिली की कोई मासिक रोगी कई दिनों से लावारिश हालत में घूम रहा है। उसे पकड़ कर थाने पर लाया गया। जम कर धुनाई की। मगर उसपर कोई असर नहीं पड़ा। सख्ती के बाद भी वह अपना अपराध कबूल नहीं कर रहा था। इसे लेकर अनभिग्यता ही जाहिर करता रहा। ऐसे मामले में बहुत ही सजकता से इन्वेस्टिगेशन करना पड़ता है।
युवती के शव का पोस्टमार्टम में कुछ नई जानकारी मिली। इनमें पहली यह थी की पीड़िता से बलात्कार जीवित नहीं बल्की उसके मर्डर के बाद किया गया था, जो कोई मानसिक रोगी ही कर सकता है। इस तरह के पांच मामलों की फाइल का अवलोकन किया तो जानकारी मिली की उनकी हत्या का तरीका एक ही था। उन सभी में भी आरोपी ने युवती के साथ मारपीट की ओर जब वह बेहोश हो गई तो मृत शरीर के साथ बलात्कार किया। पुलिस की इस सफलता की चारों ओर सराहना की जा रही है।