जयपुर। टीवी सीरियल्स का स्तर इस कदर गिर गया है कि अब मनघड़ंत कहानियां बनाकर बच्चों को संगीन अपराधों के लिए प्रेरित करने लगे है। इस तरह के कैश अब आए दिन देखने को मिलने लगे है। इसी तरह के मामलों में एक वाकिया सात दिन पुराना है। घटना की शुरुआत पुलिस को मिली एक सूचना से शुरू होती है। सुबह का समय था। पुलिस कंट्रोल रूम में शिफ्ट बदलने की तैयारियां चल रही है। तभी फ़ोन घनघनाता है। सूचना मिलती है कि सिविल लाइंस के निकट ही,कोई अज्ञात लाश पड़ी है। इस तरह के मामलों में प्राय कर पुलिस की खासी परेड हो जाती है। मिलता कुछ नहीं है।
इस केश में एक बात और है, लाश बुरी कदर विक्षिप्त थी , उसका सिर गायब था। इसके साथ ही एक टांग किन्ही जानवरों ने खाली थी। क्या किया जाए। इस कंकाल की शिनाख्त किस तरह की जाय। सभी थानों को मेसेज वायरलेस किया गया। टाइगर चाहते है कि अब तक मिले कंकालों की रिपोर्ट चैक की जाय। दूसरा गुमशुदा की रिपोर्ट की सूचना तुरंत दी जाए। जहां लाश बरामद की गई है, आसपास के सी सी कैमारो को खंगाला जाय। मैसेज डिलीवर होते ही पुलिस सक्रिय हो गई। शाम को रिपोर्ट मिली कि सयाली गांव के कब्रिस्तान के पास लाश के शिर और पांव बरामद हो गए।
पुलिस के पक्ष में एक बात और मिली कि पुलिस चौकी में किसी से सूचना मिली कि शहर में नरबलि का केश हुवा है। मामला सीरियस था। आईजी ऑफिस इस केस को लेकर ढेर सारी सूचना मांग रहा है। हालत यह हो गई कि खाना पीना सब हराम। रात के समय जरा राहत भरा समाचार मिला कि नरबलि के मामले में सौलह साल के बच्चे को हिरासत में लिया गया है।बस फिर क्या,पुलिस महकमा पूरा मौके पर पहुंच गया। नैता लोगों के फ़ोन पर फोन। मंत्री जी की डांट। पकड़े गए किशोर के साथ सख्ती कि सारा का सारा राज खोल दिया। बच्चे के मां बाप भी वहां आ पहुंचे। इसी बीच दो और बच्चों को जीप में डाल कर लाया गया।
कुल मिला कर मामला यह निकला। दोनों बच्चे वापी तालुका के कराड गांव के रहने वाले थे। इनमें 28 साल का शैलेश कोहेकरा ओर डांग जिले का सुबीर तालुका और अथल गांव का 53 साल के रमेश सांवर। कहा जाता है कि आरोपी अक्सर टीवी पर क्राइम के सीरियल देखा करते थे। इसी में यू ट्यूब पर वीडियो में बताया गया था कि पैसों का खजाना पाने का तरीका बताया गया था कि किस तरह नर बलि दी जाती है। इस पर गांव के एक गरीब परिवार के आठ साल के बच्चे को चुना गया। सभी ने मिल कर नर बलि दी गई। इसके बाद उसकी लाश को नाले में डाल दिया। लाश की शिनाख्त ना हो पाए इस पर उसकी गर्दन काट कर सूनी जगह डाल दी। पांव को कुत्तों को सौप दिया। मर्डर में काम में लिए हतियारों को भी बरामद कर लिया। दूसरे दिन प्रेस को विस्तार से बताया गया।