कोलकाता : पश्चिम बंगाल में जून में मानसून की शुरुआत के बाद से 23 में से 15 जिलों में कम बारिश हुई है, जिससे कुछ जगहों पर फसलों के नुकसान की आशंका है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कम बारिश के कारण उत्पन्न होने वाले किसी भी संकट से निपटने के लिए सिचाई विभाग द्बारा उचित कदम उठाए जा रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार, 13 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई, जबकि उप-हिमालयी क्षेत्र में दो जिलों में कम बारिश हुई।
विभाग ने यह भी कहा कि 13 जिलों में एक जून से पांच जुलाई के बीच 45 प्रतिशत कम बारिश हुई, जिससे बीरभूम और मुर्शिदाबाद जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। इस अवधि के दौरान दोनों जिलों में क्रमश: 38 प्रतिशत और 39 प्रतिशत सामान्य बारिश हुई। विभाग ने यह भी बताया कि दार्जिलिग और उत्तर दिनाजपुर जिलों में इस मानसून में अब तक सामान्य बारिश हुई है, जबकि कूचबिहार में 80 प्रतिशत से अधिक बारिश हुई है।
राज्य के सिचाई मंत्री सौमेन महापात्र ने कहा कि सरकार की ओर से फसलों के लिए गहरे नलकूपों और नदियों से पानी उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
महापात्र ने ''पीटीआई-भाषा'' को बताया, कईं जिलों में कम बारिश के कारण उत्पन्न हुई स्थिति का आकलन करने और उसके आधार पर कार्रवाई करने के लिए संबंधित विभागों की एक बैठक आयोजित की गई थी। चूंकि क्षेत्र के जलाशयों में पानी कम है, इसलिए इनसे पानी उपलब्ध करवाना मुश्किल है।'' उन्होंने कहा कि अभी तक कम बारिश के कारण मालदा, बीरभूम और मुर्शिदाबाद सहित कुछ जिलों में धान और सब्जी की खेती प्रभावित होने की आशंका है। क्षेत्रीय मौसम निदेशक जी के दास ने ''पीटीआई-भाषा'' को बताया कि जुलाई में भी दक्षिण बंगाल के जिलों में ''सामान्य से कम'' बारिश होने की आशंका है।