शिलांग | मेघालय में विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता बर्नार्ड मारक के फार्महाउस की 'गैर-कानूनी गतिविधियों’ की स्वतंत्र जांच कराने की मांग की है।राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष रोनी वी. लिगदोह ने रविवार को कहा कि पुलिस ने भाजपा नेता मारक के फार्महाउस में शनिवार को छापेमारी की थी। सत्तारूढ मेघालय डेमोक्रेटिक अलायंस (एमडीए) के शासन में यह भ्रष्टाचार का एक छोटा से नमूना है, जिसे जनता को अंधेरे में रखकर किया गया है।उन्होंने कहा कि छापे उस समय मारे गए जब सरकार सभी क्षेत्रों में भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी हुई है और जिस पर अभी तक सफाई नहीं आई है।
पूर्व कांग्रेस मंत्री ने कहा, ''तुरा के बाहरी इलाके में मारक के फार्महाउस पर इस छापेमारी से पिछले पांच वर्षों से सरकार के सभी पापों की पोल को खोलता है। यह कदापि विश्वास करने योग्य नहीं है कि गृह मंत्री (लखमेन रिबुई) और पुलिस को श्री मारक की गतिविधियों के बारे में कुछ भी पता नहीं था।श्री लिगदोह ने कहा कि एमडीए गठबंधन नीत यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) में नेशनल पीपुल्स पार्टी की मुख्य सहयोगी है। श्री मारक के फार्महाउस में ''गैर-कानूनी गतिविधियों’’ के बारे में टिप्पणी करने के लिए गृह विभाग को अपने वरिष्ठ सदस्यों से बातचीत कर रही है।
राज्य की 60 सदस्यीय मेघालय विधानसभा में भाजपा के दो सदस्य हैं, वे एमडीए सरकार का समर्थन कर रहे हैं।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने आरोप लगाया कि इसके अलावा मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा को विपक्ष के प्रश्नों को उत्तर देना चाहिए। आखिरकार ये सब गैर-कानूनी गतिविधियां मुख्यमंत्री के नाक के नीचे हो रही थी।श्री लिगदोह ने कहा श्री मारक के रिसोर्ट (फार्महाउस) में जहां छापा मारा गया, वह मुख्यमंत्री आवास से ज्यादा दूरी पर नहीं था। इस पर आश्चर्य नहीं होना चाहिए यदि एनपीपी के कुछ करीबी सहयोगी की भी गिरफ्तारी होती है।
उन्होंने कहा कि राज्य में इस तरह की बेशर्म और गैर-कानूनी गतिविधियों के पीछे की सच्चाई का खुलासा करने के लिए तत्काल स्वतंत्र जांच होनी चाहिए और वह भी जहां मुख्यमंत्री रहते हैं। कांग्रेस नेता ने मांग की, सभी गिरफ्तार व्यक्तियों को न्यायिक हिरासत में भेजा जाना चाहिए ताकि उनसे अधिक आपत्तिजनक जानकारी प्राप्त की जा सके।फरवरी में एक नाबालिग लड़की पर यौन उत्पीड़न का मामला सामने आने के बावजूद फार्महाउस पर छापेमारी में देरी पर गृह मंत्री लखमेन रिबुई से जवाब मांगते हुए श्री लिगदोह ने पूछा, '' क्या भाजपा का दबाव था या श्री मारक और एनपीपी में गारो के शीर्ष नेता के बीच कोई करार था।’’
श्री लिगदोह ने कहा कि भाजपा नेता के फार्महाउस पर छापा वास्तव में एक बार फिर मुख्यमंत्री संगमा और उनके डिप्टी प्रेस्टन तिनसोंग के भविष्य पर गंभीर सवालिया निशान खड़ा करता है।गौरतलब है कि मेघालय के वेस्ट गारो हिल जिले में पुलिस ने भाजपा नेता के रिसॉर्ट में छापेमारी करते हुए वहां देह व्यापार होने का भंडाफोड़ किया है और पुलिस अधिकारियों ने दावा किया कि इस रिसॉर्ट में अन्य अनैतिक कार्य भी होते थे। पुलिस टीम ने इस छापेमारी में के सिलसिले में 73 लोगों को गिरफ्तार किया है।