अगरतला | असम में भारी बारिश के बाद क्षतिग्रस्त हुए राज्य के उत्तरी कछार हिल्स खंड के रेलवे ट्रैक को पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) ने पुन: दुरुस्त कर लिया है जिसके माध्यम से सोमवार को पहली भरी हुई मालगाड़ी गुजरी। रिपोर्ट के अनुसार, असम के लुमडिग-बदरपुर खंड के हाफलोंग शहर में पिछले 14 मई को भारी बारिश और भूस्खलन के बाद असम के उत्तरी कछार हिल्स खंड का रेलवे ट्रैक बाधित हो गया था, जो दक्षिण असम, त्रिपुरा, मणिपुर और मिजोरम को जोड़ने वाला 83 किमी लंबा ट्रैक है। इस लाइन की एक सप्ताह पहले मरम्मत कर दी गई। रेलवे सुरक्षा आयोग की मंजूरी के साथ, दक्षिण असम और त्रिपुरा में 22 जुलाई से लुमडिग-बदरपुर खंड में यात्री ट्रेन सेवा को फिर से शुरू करने की घोषणा की।
एनएफआर अधिकारियों ने कहा कि कंचनजंगा एक्सप्रेस पहले दिन कोलकाता के सियालदह स्टेशन से त्रिपुरा की राजधानी अगरतला के लिए रवाना होगी और अगरतला से डाउन ट्रेन अगले दिन कोलकाता के लिए वापस जाएगी। देवघर एक्सप्रेस उसी दिन अगरतला से कंचनजंगा एक्सप्रेस का अनुसरण करेगी, जबकि नयी दिल्ली-अगरतला तेजस एक्सप्रेस अगले 26 जुलाई से सेवा फिर से शुरू करने वाली है। रिपोर्ट के मुताबिक, अगरतला से सभी यात्री ट्रेनें एक सप्ताह के भीतर संचालित की जाएंगी।
उत्तरी कछार हिल्स में रेलवे लाइन क्षतिग्रस्त होने के कारण गुवाहाटी, कोलकाता, देवघर, दिल्ली, बेंगलुरु और हबीबगंज के लिए ट्रेन सेवा दो महीने के लिए रोक दी गई थीं। जिससे पूर्वोत्तर के दक्षिणी हिस्सों में पेट्रोलियम उत्पादों और वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित हुई है और इसी दौरान विमानन कंपनियों ने अगरतला सेक्टर में उड़ान किराए में अत्यधिक वृद्धि भी कर दी थी।