इंटरनेट डेस्क। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए एक बार फिर से प्रदेशवासियों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर स्वयं एवं दूसरों को संक्रमित होने से बचाने की अपील की है।

उन्होंने ट्वीट कर कहा कि साधारणतया विशेषज्ञ ये बताते हैं कि कोविड से संक्रमित होने वाले मरीजों को अचानक डायबिटीज, हृदय व श्वास रोग हो रहे हैं। उन्हें थकावट महसूस होती है, उनकी याददाश्त कमजोर हो जाती है। इसलिए यह जरूरी है कि हम सभी कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर स्वयं एवं दूसरों को संक्रमित होने से बचाएं।

कोविड की इन परेशानियों का कारण पता करने के लिए अमेरिका 1 बिलियन डॉलर और ब्रिटेन 18.5 मिलियन पाउंड खर्च कर रिसर्च कर रहे हैं। भारत सरकार ने बजट में हेल्थ रिसर्च के लिए सिर्फ 2663 करोड़ की राशि ही आवंटित की है जो वित्त वर्ष 2020-21 के रिवाइज एस्टिमेट 4062 करोड़ से 34.4 प्रतिशत कम है।
कोविड अभी कितने समय तक रहेगा यह नहीं कहा जा सकता इसलिए मेरी केन्द्र सरकार से मांग है कि सरकार को हेल्थ रिसर्च का खर्च बढ़ाकर कोविड पर व्यापक शोध करना चाहिए। यह रिसर्च ही इन सब परेशानियों का कारण एवं निवारण बता सकेगा।
कोविड महामारी के अनुभव को देखते हुए प्रदेश सरकार ने इस बजट में वायरस जनित बीमारियों की जांच, उपचार और रिसर्च के लिए जयपुर में इंस्टिट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन एंड वॉयरोलोजी की स्थापना करने का ऐलान किया है।