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जयपुर। प्रदेश के पशुपालकों पर विभिन्न राज्यों में हुए हमलों के बारे में सम्बन्धित राज्य सरकारों से सम्पर्क कर निश्चित रूप से आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। पशुपालन मंत्री लालचन्द कटारिया ने आज विधानसभा में संबंध में आश्वस्त किया है।
लाल चन्द कटारिया ने शून्यकाल में विधायक संयम लोढा की तरफ से इस संबंध में उठाए गए मुद्दे पर हस्तक्षेप करते हुए बताया कि यह सही है कि राज्य के पशुपालक जो अपने पशुओं को चराने विभिन्न राज्यों में जाते है वहां पर हमलों की शिकायत होती है। उन्होंने आश्वस्त किया कि जिन-जिन राज्यों में पशुपालकों के साथ ऐसी घटनाऐं घटित हुई उन्हें चिन्हित कर संबधिंत राज्यों से सम्पर्क कर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
लाल चन्द कटारिया ने पशु बीमा योजना के सम्बन्ध में स्पष्ट किया कि यह योजना 23 अगस्त 2016 में प्रारम्भ हुई थी और यह योजना अक्टूबर 2018 से बन्द है। उन्होंने कहा कि इस योजना के संचालन में सबसे ज्यादा दिक्कत आई वह प्रीमियम को लेकर आई है। प्रीमियम की सीमा को बढ़ाने बढ़ाने लिए मुख्य सचिव की ओर से भारत सरकार को पत्र लिखा गया।
इस क्रम में भारत सरकार ने अवगत कराया है कि ईएफसी के अनुमोदन के पश्चात केबिनेट से अनुमोदन के बाद नवीन मार्गदर्शिका के अनुमोदन का कार्य प्रक्रियाधीन है। उन्होंने बताया कि आने वाले वित्तीय वर्ष 2021-2022 से नवीन मार्ग दर्शिका अनुमोदन के पश्चात कार्य संचालन की कार्यवाही शीघ्र प्रारम्भ कर दी जाएगी।