जयपुर | राजस्थान में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) के संयोजक एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डा महेश जोशी के पुत्र रोहित जोशी के खिलाफ दर्ज मामले की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने एवं मंत्री को बर्खास्त करने की राज्य सरकार से मांग की है।
श्री बेनीवाल ने इस मामले को लेकर अपने बयान में कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस मामले में तत्काल एक मुकदमा राजस्थान में भी दर्ज कराकर जांच सीबीआई को देने की चाहिए। उन्होंने कहा कि पीड़तिा को सुरक्षा भी प्रदान की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के मंत्री महेश जोशी के पुत्र पर गंभीर आरोप लगे है, ऐसे में मुख्यमंत्री को ऐसे मंत्री को बर्खास्त करने की जरूरत है।
उन्होंने इस सरकार के पूर्व के शासन के समय किसान एवं दलित वर्ग के संबंध रखने वाले कांग्रेसी नेता महिपाल मदेरणा, बाबूलाल नागर एवं मलखान सिह विश्नोई पर जब इस प्रकार के आरोप लगे तब उनके मामले में तो सरकार द्बारा तत्काल जांच सीबीआई को दे दी गई। ऐसे में मुख्यमंत्री द्बारा इस मामले में हस्तक्षेप करके मंत्री को अपदस्थ करने में देरी क्यों की जा रही है। आखिर मुख्यमंत्री क्या संदेश देना चाहते है।
श्री बेनीवाल ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री इस मामले में भी जांच सीबीआई को देते और मंत्री को हटाते तो यह संदेश जाता कि मुख्यमंत्री सबके लिए समान हैं, लेकिन अब यह संदेश जायेगा कि वह कुछ वर्गों के खिलाफ हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री को इस मामले में भी दखल करके डा महेश जोशी को मंत्री पद से हटाना चाहिए और उनके पुत्र के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच सीबीआई को सौंपनी चाहिए।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर भी निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान में सत्ता के सुख का आश्रय पाने के लिए भाजपा ने अपने विपक्ष धर्म को भुला दिया है, डा महेश जोशी के पुत्र के मामले में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा राजस्थान में आकर भी एक शब्द नही बोले, वही पूर्व सीएम वसुंधरा राजे एवं भाजपा नेता डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा का भी इस मामले में कोई वक्तव्य नहीं आया है। उन्होंने कहा कि यह सभी बातें राजस्थान में भाजपा एवं कांग्रेस के आपसी गठजोड़ की सच्चाई को बयां करती है।उल्लेखनीय है कि डॉ. महेश जोशी के बेटे रोहित के खिलाफ जयपुर की एक युवती ने दिल्ली में दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है।