साझा विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) का परिणाम घोषित होने के बाद विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि विश्वविद्यालय, मेधा सूची तैयार करने के लिए प्रत्येक विषय में मिले अंक पर आधारित सामान्य स्कोर का उपयोग करेंगे, न कि पर्सेंटाइल या मूल अंक का।
कुमार ने 'पीटीआई भाषा’ को बताया कि छात्रों को सामान्य अवसर प्रदान करने के लिए स्कोर को सामान्य बनाया गया है, क्योंकि छात्रों ने एक ही विषय में अलग-अलग दिनों में और अलग-अलग पालियों में परीक्षा दी है।कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय द्बारा मेधा सूची तैयार करने के लिए छात्रों को प्रत्येक विषय में मिले अंक पर आधारित सामान्य स्कोर का उपयोग किया जाएगा, न कि पर्सेंटाइल का।
उन्होंने कहा कि स्कोर को सामान्य इसलिए बनाया गया है, ताकि छात्रों को समान अवसर प्रदान किया जा सके। ऐसा इसलिए क्योंकि छात्रों ने अलग-अलग दिनों में और अलग-अलग पालियों में परीक्षा दी है। कुमार ने कहा कि सीयूईटी के स्कोर को विषयवार सामान्य बनाया गया है। उन्होंने बताया कि भारतीय सांख्यिकी संस्थान, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसरों के एक पैनल द्बारा 'इक्विपरसेंटाइल मेथड’ का इस्तेमाल करते हुए स्कोर को सामान्य बनाने का फॉर्मूला तय किया गया है।