एक गोलगप्पे बेचने वाले ने 4,000 गोलगप्पे फ्री में बांट दिए। खबर मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में संजीत चंद्रवंशी के घर की है। संजीत हर दिन पोला ग्राउंड के पास गोल-गप्पे बेचने की दुकान लगाते हैं।
नरसला गांव के मूल निवासी संजीत अपनी बेटी के जन्म पर बहुत खुश थे और उन्होंने बच्ची के जन्म की याद में अपने स्टाल के सामने लाइन में खड़े लोगों को 4000 गोलगप्पे फ्री में खिलाए। संजीत के दो भाई हैं, दोनों बिना बेटियों के पुरुष हैं। परिणामस्वरूप, जब उनकी पत्नी ने जन्म दिया, एक रिपोर्ट के अनुसार, वे बच्चे का दुनिया में स्वागत करने के लिए बहुत खुश थे।
संजीत चंद्रवंशी ने बताया कि तीन भाई होने के बावजूद पिछले दस साल से एक भी घर में कोई लड़की नहीं रही है। उनके और परिवार के लिए, बेटी होना धूप की चिंगारी की तरह था, इसलिए जश्न मनाने का कारण था। गोलगप्पों का सैम्पललेने आई स्टूडेंट आरती साहू के अनुसार आज के समाज में बेटियों को बोझ के रूप में देखा जाता है।