इंडस्ट्री के बेहतरीन कोरियोग्राफर रेमो डिसूजा का आज जन्मदिन है। आज रेमो डिसूजा अपना 48वां जन्मदिन मना रहे हैं, हालांकि रेमो डिसूजा ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए क्या किया, यह जानने के बाद सभी की आंखों में आंसू आ जाते हैं। रेमो डिसूजा एक प्रसिद्ध कोरियोग्राफर हैं और उनका जन्म 2 अप्रैल 1972 को बेंगलुरु में हुआ था। बहुत कम लोग जानते हैं कि रेमो का असली नाम रमेश यादव है। जी हां, और आधी पढ़ाई गुजरात के जामनगर से छोड़कर रेमो घर से भागकर मुंबई आ गए। हां, और उन्हें बचपन से ही डांस करने का शौक था, लेकिन उन्होंने कभी डांस की ट्रेनिंग नहीं ली।
वह आज भी दिवंगत डांसर और सिंगर माइकल जैक्सन को अपना डांस गुरु मानते हैं और उन्हीं के नक्शे कदम पर चलते हुए वह डांस में अव्वल हैं. रेमो ने अपने जीवन में मनचाहा मुकाम पाने के लिए काफी संघर्ष किया है। दरअसल, उनके जीवन में पैसों की कमी थी और इस वजह से उन्होंने कई रातें बिना कुछ खाए-पिए सड़कों पर बिताईं। जिस समय रेमो बॉलीवुड में संघर्ष कर रहे थे, उस समय उन्होंने और लिजेल ने शादी कर ली और वह एक मुश्किल समय था जब रेमो को अपनी रातें स्टेशन पर बितानी पड़ीं। हालांकि इस मुश्किल समय में उनकी पत्नी लिजेल ने उनका साथ नहीं छोड़ा और उनके मुश्किल समय में उनके साथ खड़ी रहीं। इसी वजह से आज रेमो उन्हें अपनी जिंदगी की सुपरवुमन मानते हैं।
शुरूआती दिनों में उनके रंग की वजह से उन्हें कई बार रिजेक्ट किया गया लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। पहली बार उन्हें आमिर खान और उर्मिला मंटोडकर की 'रंगीला' में डांस करने का मौका मिला और इस फिल्म के बाद उन्होंने कोरियोग्राफर अहमद खान को असिस्ट करना शुरू किया। लगभग एक साल बाद उन्होंने सोनू निगम के एल्बम 'दीवाना' को कोरियोग्राफ किया, जो सुपरहिट रहा और इस सफलता के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। आप सभी को बता दें कि फिल्म 'कांटे' के आइटम नंबर 'इश्क समंदर' से रेमो के करियर पर असर पड़ा और रेमो को कोरियोग्राफी के कई ऑफर मिलने लगे. अब आज रेमो मशहूर हैं और शो को जज भी करते हैं।