मुंबई। दक्षिण भारतीय फिल्मों के महानायक रजनीकांत का कहना है कि वह अभी राजनीति में कदम नहीं रखने जा रहे हैं। रजनीकांत ने कहा कि उनकी कोई राजनीतिक महत्वकांक्षा नहीं है, लेकिन यदि ईश्वर की ऐसी मर्जी हुई तो वह राजनीति में जाने के बारे में सोचेंगे।
रजनीकांत ने, ईश्वर ही इस बात का फैसला करते हैं कि हम जिंदगी में क्या करेंगे। फिलहाल वह चाहते हैं कि मैं एक अभिनेता रहूं और मैं अपनी जिम्मेदारी निभा रहा हूं। यदि ईश्वर ने चाहा तो भविष्य में राजनीति में आ सकता हूं। अगर मैं राजनीति में गया तो मैं बेहद ईमानदारी से काम करूंगा और पैसे कमाने के लिए राजनीति में आने वालों का साथ नहीं दूंगा।
रजनीकांत ने दो दशक पहले अपने राजनीतिक दखल को भूल करार दिया। वर्ष 1996 में तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान रजनीकांत ने जयललिता और उनकी राजनीति की निंदा की थी। माना जाता है कि उनकी टिप्पणियों के कारण जयललिता की बुरी तरह हार हुई थी।
रजनीकांत ने कहा, मैंने 21 साल पहले एक राजनीतिक गठबंधन का समर्थन करके एक भूल की थी। वह एक राजनीतिक दुर्घटना थी। उसके बाद से नेताओं ने कई जगह मेरे नाम का गलत प्रयोग किया। लेकिन मैं किसी भी पार्टी में शामिल होने नहीं जा रहा।