पैर हिलाने से बढ़ता है खतरा हार्ट अटैक का 

Samachar Jagat | Tuesday, 18 Apr 2017 01:58:46 PM
Risk increases heart attack by moving feet

इन्टरनेट डेस्क। आपको भी अगर बैठकर या लेटे हुए पैर हिलाने की आदत है तो यह आपके स्वास्थ के लिए अच्छे संकेत नहीं है। ये रेस्टलेस सिंड्रोम के लक्षण भी हो सकते हैं। इसकी मुख्य कारण आयरन की कमी का होना मानते हैं। यह बीमारी लगभग 10 फीसदी लोगों में ही पायी जाती है और यह लक्षण ज्यादातर 35 साल की उम्र के बाद के लोगों में अधिक पाया जाता है। 

क्या होता है कारण रेस्टलेस सिंड्रोम का  

यह नर्वस सिस्टम से जुड़ा हुआ रोग है। पैर हिलाने पर व्यक्ति में डोपामाइन हार्मोन श्रावित होने के कारण उसका मन बार-बार करने को करता है। इस समस्या को स्लीप डिसऑर्डर भी कहा जाता है। नींद पूरी न होने पर इंसान बहुत थका हुआ महसूस करता है। इसका जांच करने लिए ब्लड टेस्ट भी किया जाता है।

कारण

इस रोग की मुख्य वजह आयरन की कमी को माना जाता है। इसके अलावा किडनी, पार्किंसंस से पीडि़त मरीजों व गर्भवती महिलाओं में डिलीवरी के अंतिम दिनों में हार्मोनल बदलाव भी इसके कारण हो सकते हैं। शुगर, बीपी व हृदय रोगियों में यह अधिक पाया जाता है। 

संभव है इलाज  

इसके अलावा रोजाना व्यायाम करें। हॉट एंड कोल्ड बाथ, वाइब्रेटिंग पैड पर पैर रखने से छुटकारा भी मिलता है।

इस बीमारी में आयरन की दवा दी जाती है। बीमारी गंभीर होने पर अन्य दवाएं भी दी जाती है जो सोने से दो घण्टे पहले लेनी होती है। यह नींद की बीमारी दूर करके स्थिति को बहुत सामान्य करता है।

शराब व स्मोकिंग से रहे दूर। रात में भारी खाना ना लें ताकि नींद बहुत अच्छी आए।

अपनी डाइट में आयरनयुक्त चीजें जैसे पालक, सरसों का साग, चुकंदर, केला आदि अवश्य लें। रात में चाय-कॉफी लेने से बचें। सोते समय टीवी या गैजेट्स से बहुत दूर रहें।
 



 

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