इंटरनेट डेस्क। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने आज गुरुवार को महत्वपूर्ण विषयों को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मीडिया को बताया कि भारत-पाकिस्तान के बीच भूमि यात्रा दोनों पक्ष के समन्वय में अटारी वाघा एकीकृत चेक पोस्ट के माध्यम से सीमित पैमाने पर की जा रही थी। गुरु पर्व के चलते निर्णय लिया गया कि 1500 तीर्थयात्रियों का एक जत्था उत्तर वाघा आईसीपी के रास्ते 17-26 नवंबर पाकिस्तान की यात्रा करेगा।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, यूएस डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस की रिपोर्ट में चीन द्वारा भारत-चीन बॉर्डर के पास निर्माण कार्यों की जानकारी दी गई। चीन ने पहले भी सीमा से लगते क्षेत्र में निर्माण कार्य किए हैं जिसमें दशकों के दौरान अवैध रूप से कब्ज़ा किया गया क्षेत्र शामिल है। उन्होंने कहा कि भारत ने न तो हमारे क्षेत्र पर इस तरह के अवैध कब्जे़ को स्वीकार किया है और न ही चीन के अनुचित दावों को स्वीकार किया है। सरकार ने हमेशा राजनयिक माध्यम से ऐसी गतिविधियों का कड़ा विरोध किया है और भविष्य में भी ऐसा करना जारी रखेगी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि यूएस डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस की रिपोर्ट में चीन द्वारा भारत-चीन बॉर्डर के पास निर्माण कार्यों की जानकारी दी गई। चीन ने पहले भी सीमा से लगते क्षेत्र में निर्माण कार्य किए हैं जिसमें दशकों के दौरान अवैध रूप से कब्ज़ा किया गया क्षेत्र शामिल है।