बर्लिन : जर्मनी के चांसलर ओलाफ शॉल्त्स ने कहा है कि रूस में शासन परिवर्तन न ही उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) का लक्ष्य है और न ही अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का। बाइडन ने शनिवार को अपने एक भाषण में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बारे में कहा था कि ''यह शख्स सत्ता में नहीं रह सकता।’’ हालांकि, व्हाइट हाउस और अन्य अमेरिकी अधिकारियों ने तुरंत यह स्पष्ट किया कि बाइडन वास्तव में पुतिन को सत्ता से हटाने की बात नहीं कर रहे थे।
'एआरडी’ टेलीविजन पर रविवार को एक कार्यक्रम के दौरान यह पूछे जाने पर कि क्या पुतिन को हटाना वास्तविक उद्देश्य है, शॉल्त्स ने जवाब दिया, ''यह नाटो का उद्देश्य नहीं है और न ही अमेरिकी राष्ट्रपति का।’’ शॉल्त्स ने कहा, ''हम दोनों पूरी तरह से सहमत हैं कि शासन परिवर्तन उस नीति का उद्देश्य नहीं है जिसका हम पालन कर रहे हैं।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या बाइडन ने यह टिप्पणी कर कोई भारी भूल की है, इस पर शॉल्त्स ने जवाब दिया, ''नहीं।’’
जर्मन चांसलर ने कहा, ''उन्हें (बाइडन) जो कहना था उन्होंने कह दिया’’, विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी स्पष्ट किया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति शासन परिवर्तन के बारे में बात नहीं कर रहे थे। शॉल्त्स ने पिछले महीने जर्मनी के रक्षा खर्च में बड़ी वृद्धि की घोषणा की थी। उन्होंने रविवार को 'बिल्ड एम सोनटैग’ अखबार की एक रिपोर्ट की पुष्टि की कि सरकार इजरायल के ''आयरन डोम’’ की तर्ज पर एक मिसाइल रक्षा कवच प्राप्त करने पर विचार कर रही है।