वॉशिंगटन। गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र के एक नेता ने भाजपा महासचिव राम माधव से अमेरिका में मुलाकात के दौरान कहा कि भारत को अपने विधायी संस्थानों में गिलगित-बल्तिस्तान के लोगों के लिए गुंजाइश बनानी जानी चाहिए और मामले को अंतरराष्ट्रीय मंचों का मुद्दा बनाना चाहिए।
माधव और गिलगित-बल्तिस्तान नेशनल कांग्रेस के निदेशक सेंगे सेरिंग के बीच बैठक के दौरान ‘‘लंबे समय से चल रहे कश्मीर संकट’’ से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई जिसमें उनका फोकस क्षेत्र में जारी राजनीतिक गतिविधियों को लेकर था।
माधव से मुलाकात के बाद सेरिंग ने कहा कि संवैधानिक अधिकार नहीं होने की वजह से गिलगित-बल्तिस्तान के लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है और पाकिस्तान कानूनी रूप से स्थानीय नागरिकता देने में अक्षम है। इसलिए भारत गिलगित-बल्तिस्तान के लोगों के लिए अपने विधायी संस्थानों में गुंजाइश बनाए और इसे अंतरराष्ट्रीय मंचों का मुद्दा बनाने में सहयोग करे।
बैठक में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और गिलगित-बल्तिस्तान से सांसदों को चुनने के भाजपा के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई।
सेरिंग ने कहा कि भारत गिलगित-बल्तिस्तान के लोगों को अपना नागरिक मानता है और इसलिए भारत सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह गिलगित-बल्तिस्तान के लोगों के साथ वैसा ही व्यवहार करे जैसा लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में रहने वाले लोगों के साथ करता है।
कश्मीर विधानसभा में अभी में 24 सीट खाली हैं जो पाक अधिकृत कश्मीर और गिलगित-बल्तिस्तान के लोगों के लिए आरक्षित हैं।