संयुक्त राष्ट्र : भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की एक आपात बैठक में उत्तर कोरिया की उसके अंतरमहाद्बीपीय बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपण को लेकर निदा की है। भारत ने परमाणु और मिसाइल प्रौद्योगिकियों के प्रसार पर चिता व्यक्त करते हुए कहा कि इसका क्षेत्र की शांति व सुरक्षा पर ''प्रतिकूल प्रभाव’’ पड़ता है।
उत्तर कोरिया ने 17 नवंबर को एक बार फिर आईसीबीएम का सफल प्रक्षेपण किया था, जो जापान के समुद्र तट से करीब 125 मील दूर गिरी थी। ऐसा कहा जा रहा है कि यह पूरे उत्तरी अमेरिका को निशाना बनाने में सक्षम है। उत्तर कोरिया पर यूएनएससी की सोमवार को बुलाई आपात बैठक में संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि भारत, उत्तर कोरिया द्बारा हाल ही में किए गए अंतरमहाद्बीपीय बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपण की निदा करता है।
कंबोज ने कहा कि भारत, उत्तर कोरिया से संबंधित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों के पूर्ण कार्यान्वयन का आह्वान करता है उन्होंने कहा, '' हम उत्तर कोरिया से संबंधित परमाणु व मिसाइल प्रौद्योगिकियों के प्रसार पर गौर करने की बात को दोहराते हैं। परमाणु और मिसाइल प्रौद्योगिकियों का प्रसार चिता का विषय है, क्योंकि उसका भारत सहित क्षेत्र की शांति व सुरक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।’’ कंबोज ने कहा कि भारत उम्मीद करता है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय और सुरक्षा परिषद इस मोर्चे पर एकजुटता दिखाएगा। भारत, कोरियाई प्रायद्बीप में शांति व सुरक्षा की दिशा में परमाणु निरस्त्रीकरण के प्रति अपने समर्थन को दोहराता है।
बैठक में अमेरिका और उसके सहयोगियों ने उत्तर कोरिया के अंतरमहाद्बीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) परीक्षण की सोमवार को कड़ी निदा की और उससे अपने परमाणु एवं मिसाइल कार्यक्रमों को सीमित करने का आह्वान किया। हालांकि, रूस और चीन ने प्योंगयांग पर और दबाव बनाने व नए प्रतिबंध लगाने की कोशिशों का विरोध किया। बैठक के बाद अमेरिकी राजदूत लिडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने परिषद के आठ सदस्यों अल्बानिया, फ्रांस, आयरलैंड, भारत, नॉर्वे, संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन तथा अमेरिका के साथ-साथ दक्षिण कोरिया, जापान और अन्य चार देशों की ओर से एक बयान पढ़ा।
बयान में उत्तर कोरिया के हथियारों और बैलिस्टिक मिसाइलों के प्रक्षेपणों की निदा की गई। बयान में कहा गया, '' हम सभी सदस्य देशों से उत्तर कोरिया के गैरकानूनी बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपण की निदा करने और मौजूदा सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के पूर्ण कार्यान्वयन का आह्वान करते हैं। हम कूटनीति पर कायम रहेंगे।’’