इस्लामाबाद। ब्रिटेन ने आज भारत और पाकिस्तान से उनके बीच बढ़ते तनाव के बीच कश्मीर मुद्दे का स्थाई हल ढूढने का आह्वान किया लेकिन यह स्पष्ट किया कि ‘हल तय करना या मध्यस्थ की भूमिका निभाना’ ब्रिटेन का काम नहीं है।
अपनी पहली इस्लामाबाद यात्रा पर यहां आए ब्रिटेन के विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा, ‘‘हम हिंसा की समाप्ति का आह्वान करते हैं। ’’
जॉनसन ने पाकिस्तान के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ब्रिटेन का पुराना रूख रहा है कि भारत और पाकिस्तान को ही कश्मीरी लोगों की इच्छाओं को ध्यान में रखकर कश्मीर की स्थिति का स्थाई हल निकालना है। ’’
उन्होंने कहा कि इस विवादित क्षेत्र को लेकर ‘कोई हल तय करना या मध्यस्थ की भूमिका निभाना’ ब्र्रिटेन का काम नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम नियंत्रण रेखा के दोनों ओर हाल की घटनाओं को लेकर चिंतिंत हैं’’ और उन्होंने कश्मीरी लोगों की आकांक्षाओं को ध्यान में रखकर हल का आह्वान किया।
उरी में 18 सितंबर को भारतीय सेना के अड्डे पर हमले और दस दिनब ाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी लांचपैडों पर सेना के लक्षित हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। उसके बाद सीमापार गोलीबारी बढ़ गई हैं एवं दोनों ओर सैनिक एवं नागरिक मारे जा रहे हैं।
अजीज ने कहा कि पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर तनाव में वृद्धि के बारे में ब्रिटिश प्रतिनिधिमंडल को ब्रीफ कर दिया है। उन्होंने भारत के साथ वार्ता की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि अन्यथा ये मुद्दे गंभीर हो जाएंगे।