लंदन/वाशिंगटन। पेरिस अन्तरराष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन समझौता आज से आधिकारिक रूप से लागू हो गया और इस समझौते के लागू होने के साथ ही विभिन्न देशों पर इस बात के लिए दवाब बढ़ गया है कि वे पृथ्वी को और अधिक गर्म होने से बचाने के लिये ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन में कमी करें।
2015 के पेरिस समझौते को पिछले साल दिसंबर में चीन,अमेरिका तथा यूरोपीय संघ सहित 200 देशों ने अपनी स्वीकृति दे दी थी। 1994 के मराकेश (व्यापार) समझौते के बाद यह सबसे जटिल अन्तरराष्ट्रीय संधि थी।
पेरिस समझौते के 15 वर्ष बाद ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन में पर्याप्त कटौती की आशा की जा रही है जिससे जलवायु परिवर्तन पर असर देखने को मिल सकता है।