एडमंटन (कनाडा) | कनाडा में आवासीय स्कूलों में मूल स्थानीय समुदाय के लोगों से हुए दुर्व्यवहार के लिए पोप फ्रांसिस की ऐतिहासिक माफी को सुनने के वास्ते सोमवार को हजारों की संख्या में स्थानीय अल्बर्टा प्रेयरी समुदाय के लोगों के मस्क्वासिस में एकत्रित होने की संभावना है। फ्रांसिस के सुबह उस जगह पहुंचने की संभावना है जहां पहले एîमस्किन इंडियन रेजिडेंशियल स्कूल होता था। स्कूल के पीड़ितों, उनके रिश्तेदारों और अन्य समर्थकों को संबोधित करने से पहले पोप पूर्व स्कूल के स्थलों का दौरा करेंगे और पास में एक कब्रिस्तान में प्रार्थना करेंगे।
फ्रांसिस रविवार को एडमंटन पहुंचे, जहां कनाडा के तीन मुख्य जातीय समूहों - फर्स्ट नेशंस, मेटिस और इनुइट के प्रतिनिधियों ने राजनीतिक और गिरजाघर के गणमान्य व्यक्तियों के साथ उनका स्वागत किया। पोप ने शेष दिन प्रांतीय राजधानी में एक मदरसे में आराम करते हुए बिताया। कनाडा सरकार ने स्वीकार किया है कि 19वीं शताब्दी से 1970 के दशक तक संचालित सरकारी-वित्त पोषित ईसाई स्कूलों में शारीरिक और यौन शोषण बड़े पैमाने पर हुआ था। लगभग 150,000 मूल निवासी समुदाय के बच्चों को उनके परिवारों से दूर ले जाया गया और उन्हें उनके घरों, मूल भाषाओं और संस्कृतियों के प्रभाव से दूर करने तथा उन्हें कनाडा के ईसाई समाज में रचने-बसने के लिए मजबूर किया गया।
फ्रांसिस की छह दिवसीय यात्रा में अल्बर्टा, क्यूबेक सिटी और सुदूर उत्तर में इकालुइट, नुनावुत के अन्य स्थल भी शामिल हैं। इससे पहले वेटिकन में उन्होंने फर्स्ट नेशंस, मेटिस और इनुइट के प्रतिनिधिमंडलों के साथ वसंत ऋतु के समय में बैठक की थी।
आवासीय स्कूलों में कुछ कैथोलिक मिशनरियों द्बारा किए गए ''निराशाजनक’’ दुर्व्यवहारों के लिए एक अप्रैल की ऐतिहासिक माफी के साथ उन बैठकों का समापन हुआ।उस दौरान हजारों बच्चे बीमारी और अन्य कारणों से मारे गए। पिछले एक साल में पूर्व स्कूलों में सैकड़ों संभावित कब्रों की खोज ने कनाडा में स्कूलों की विरासत और अमेरिका में उनके समकक्षों की ओर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया।
फ्रांसिस अब कनाडा की धरती पर माफी मांगने की प्रतिबद्धता को दर्शा रहे हैं। मस्क्वासिस एडमंटन के दक्षिण में लगभग एक घंटे की दूरी पर स्थित है जो कनाडा की चार जनजातियों के लोगों का केंद्र है।कनाडा में कैथेलिक आवासीय स्कूलों में मूल जातीय समुदाय के लोगों के साथ हुए दुर्व्यवहार और उनकी सांस्कृतिक पहचान मिटाने की कोशिश के लिए लंबे समय से पोप से माफी की मांग की जा रही है।पोप फ्रांसिस ने आवासीय स्कूलों में मिशनरियों द्बारा दुर्व्यवहार के लिए स्थानीय लोगों से माफी मांगने के वास्ते रविवार को कनाडा की ऐतिहासिक यात्रा शुरू की।
इसे मूलनिवासी समुदायों के साथ सामंजस्य स्थापित करने और उस दौर के सदमे से उबरने में मदद करने के प्रयासों में कैथोलिक चर्च के एक महत्वपूर्ण कदम के तौर पर देखा जा रहा है।कार्यक्रम के आयोजकों ने कहा कि वे यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे कि पीड़ित समुदाय के लोग कार्यक्रम में शामिल हो सकें।प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भी अन्य सरकारी अधिकारियों के साथ मस्क्वासिस के कार्यक्रम में शामिल होंगे। उन्होंने पिछले साल आवासीय स्कूल प्रणाली के संचालन में ''सरकारी नीति को गलत तरीके से लागू करने’’ के लिए माफी मांगी थी।
फ्रांसिस से जब फ्रॉग लेक फर्स्ट नेशंस के आवासीय स्कूल की एक पीड़ित एल्डर अल्मा डेसजर्लिस को मिलवाया गया तो उन्होंने डेसजर्लिस का हाथ चूमा।कॉन्फ़ेडेरसी ऑफ ट्रीटी सिक्स फर्स्ट नेशंस के ग्रैंड चीफ जॉर्ज आर्केंड जूनियर ने पोप को बधाई दी और कहा, ''अभी, हमारे बहुत से लोग संशय में हैं और वे आहत हैं।’’ हालांकि, उन्होंने आशा व्यक्त की कि पोप की माफी के साथ, ''हम इस सदमे से उबरने की यात्रा शुरू कर सकते हैं .. और जिस तरह से चीजें हमलोगों के लिए बरसों से हैं, उन्हें बदल सकते हैं।’’