इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख राहील शरीफ के 64 वर्षीय कट्टर प्रशंसक ने तुरंत सेवानिवृत्त हुए जनरल को सेवा विस्तार नहीं देने के विरोध में जहर खाकर खुदकुशी कर ली।
कराची बंदरगाह ट्रस्ट केपीटी पर कभी प्रोग्रेसिव वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष के तौर पर काम करने वाले लुत्फ अमीम शिबली ने एक नवम्बर को कराची प्रेस क्लब के बाहर प्रदर्शन शुरू करते हुए चेतावनी दी थी कि अगर राहील को सेवा विस्तार नहीं दिया गया तो वह आत्महत्या कर लेगा।
उसके शिविर के आसपास लगाए गए पोस्टरों में लिखा था, राहील शरीफ मसीहा हैं। मैं उनका प्रशंसक हूं। केवल वही देश को आतंकवाद और सामाजिक बुराईयों से बचा सकते हैं। चिकित्सकों के मुताबिक व्यक्ति ने कुछ दिनों पहले जहर खाकर खुदकुशी कर ली।
शिबली की रिश्तेदार नूरी ने बताया, आईएसपीआर इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस द्वारा 27 नवम्बर को जनरल राहील की सेवानिवृत्ति की घोषणा के बाद उसने आत्महत्या का प्रयास किया। हम उसे जिन्ना अस्पताल ले गए जहां से उसे आगा खां यूनिवर्सिटी अस्पताल भेजा गया। शुरू में उसे वेंटिलेटर पर रखा गया लेकिन बाद में उसकी मौत हो गई।