लंदन : ब्रिटेन के 'रॉयल मिट’ ने महाराजा चाल्र्स तृतीय की तस्वीर वाले सिक्कों का अनावरण किया है। ब्रिटेन में लोगों को दिसंबर माह तक ये सिक्के दिखने शुरू होंगे, जिन पर चाल्र्स की तस्वीर उकेरी गई है क्योंकि 50-पेंस के ये सिक्के धीरे-धीरे ही बाजार में पहुंचेंगे। ब्रिटेन के सिक्के बनाने वाली कंपनी 'रॉयल मिट’ ने शुक्रवार को बताया कि नए महाराजा की सिक्के पर बनी तस्वीर को ब्रिटिश मूर्तिकार मार्टिन जेनिग्स ने बनाया है और चाल्र्स ने स्वयं इसको मंजूरी दी।
परंपरा के अनुसार, सिक्के पर महाराजा के चित्र का मुंह उनकी मां महारानी एलिजाबेथ द्बितीय की तस्वीर की विपरीत दिशा में यानी बाईं ओर है। दोनों सिक्के साथ में रखने में दोनों के मुंह एक-दूसरे के सामने नजर आएंगे। 'रॉयल मिट’ संग्रहालय के क्रिस बार्कर ने कहा, ''चाल्र्स ने ब्रिटिश सिक्कों से जुड़ी सामान्य परंपरा का पालन किया है। चाल्र्स द्बितीय के समय भी यही परंपरा थी कि महाराजा की तस्वीर का मुंह अपने पूर्ववतीã की विपरीत दिशा में होता था।’’
सिक्के पर चाल्र्स बिना ताज के नजर आ रहे हैं। सिक्के पर लैटिन भाषा में '' किग चाल्र्स तृतीय, ग्रेस ऑफ गॉड, डिफेंडर ऑफ द फ़ेथ ’’ लिखा है।एलिजाबेथ के जीवन व उनकी विरासत को सम्मान देते हुए अलग से 5-पाउंड का सिक्का भी सोमवार को जारी किया जाएगा। इस सिक्के के ओर चाल्र्स की तस्वीर, जबकि दूसरी ओर एलिजाबेथ की दो नई तस्वीर अगल-बगल होंगी। दक्षिण वेल्स स्थित 'रॉयल मिट’ 1,100 से अधिक वर्षों से ब्रिटेन के शाही परिवार के लिए सिक्के बना रहा है। 'रॉयल मिट’ के मुख्य कार्यकारी ऐनी जेसॉप ने कहा कि पहले लोगों को उनके सिक्कों के माध्यम से ही पता चल पाता था कि महाराजा या महारानी कैसे दिखते हैं। आज की तरह सोशल मीडिया से नहीं।