कीव। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि रूस की सेना द्बारा भीड़भाड़ वाले रेलवे स्टेशन पर मिसाइल दागे जाने की घटना को लेकर विश्व को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। युद्धग्रस्त पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में एक रेलवे स्टेशन पर मौजूद भीड़ पर हुए हमले में कम से कम 52 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों अन्य घायल हो गए। वहां, शुक्रवार को हजारों की संख्या में लोग एकत्र थे।
जेलेंस्की ने शुक्रवार देर रात अपने संबोधन में कहा कि क्रामातोर्स्क स्टेशन पर हमला एक और युद्ध अपराध है, जहां 4,000 लोग एकत्रित थे। रेलवे स्टेशन पर मिसाइल हमले में मरने वालों में बच्चे भी शामिल हैं और अनेक लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हमले से विश्व के नेता स्तब्ध हैं। यूरोपीय संघ आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने यूक्रेन की यात्रा के दौरान संवाददाताओं से कहा, ''इसके लिए कोई शब्द नहीं हैं। इस व्यवहार (रूस के) की जितनी निदा की जाए कम है।’’
ब्रिटेन के रक्षा मंत्री बेन वालेस ने हमले को युद्ध अपराध बताया और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने इसे ''पूरी तरह अस्वीकार्य’’ करार दिया। इस हमले से पहले रूसी सैनिकों द्बारा वापसी के क्रम में यूक्रेन की राजधानी कीव के पास बूचा शहर में मचाई गई तबाही और कत्लेआम की विश्व ने तीखी निन्दा की थी।
यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया कि क्रामातोर्स्क शहर के रेलवे स्टेशन पर किए गए मिसाइल हमले के दौरान वहां हजारों लोग दूसरी जगह जाने के लिए एकत्र थे। यूक्रेन के महा-अभियोजक कार्यालय ने कहा कि स्टेशन के अंदर और आसपास करीब 4,००० लोग एकत्र थे तथा उनमें से ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे। जेलेंस्की ने कहा, ''बूचा में नरसंहार, कई अन्य रूसी युद्ध अपराधों की तरह ही क्रामातोर्स्क पर मिसाइल हमले को भी न्यायाधिकरण में आरोपों में शामिल किया जाना चाहिए।’’
रूसी रक्षा मंत्रालय ने स्टेशन पर हमला करने से इनकार किया है, लेकिन जेलेंस्की ने आरोप लगाया कि रूसी सैनिकों ने जानबूझकर ऐसे स्थान को निशाना बनाया जहां आम लोग एकत्र थे। रूस ने घटना के लिए यूक्रेन को दोषी ठहराते हुए कहा कि जिस तरह की मिसाइल से स्टेशन पर हमला किया गया वह ऐसी मिसाइल का उपयोग नहीं करता है। हालांकि रूस के इस तर्क को विशेषज्ञों ने खारिज किया है।
जेलेंस्की ने शुक्रवार रात अपने वीडियो संबोधन में यूक्रेन के लोगों से कहा, ''हर मिनट यह साबित करने के प्रयास किए जाएंगे कि किसने क्या किया, किसने क्या आदेश दिया, मिसाइल कहां से आई, किसने पहुंचाया, किसने आदेश दिया और इस हमले पर कैसे सहमति बनी।’’ राष्ट्रपति ने कहा, ''अमानवीय रूसी अपने तरीके बदल नहीं रहे हैं। युद्ध क्षेत्र में हमारे सामने खड़े होने की ताकत एवं हिम्मत नहीं होने के कारण वे अब असैन्य आबादी को नुकसान पहुंचा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ''इस बुराई का कोई अंत नहीं है। यदि उन्हें सजा नहीं दी गई, तो वह (रूस) कभी नहीं थमेगा।’’
इस बीच, यूक्रेन के नेताओं ने कहा है कि देश के जिन क्षेत्रों में रूस से कब्जा वापस ले लिया गया है, वहां रूसी सेना द्बारा मचाई गई तबाही के कारण आने वाले दिनों में और अधिक भयावह मंजर देखने को मिल सकता है।