इंटरनेट डेस्क। अमेरिका के कैपिटल हिल (संसद भवन) में हुए हिंसक दंगे और सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन की सुरक्षा से कुछ जवानों को हटाया गया है। जो बाइडन बुधवार को वॉशिंगटन में कड़ी सुरक्षा के बीच अमेरिका के अगले राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे। कानून प्रवर्तन अधिकारियों को न केवल संभावित बाहरी खतरे का मुकाबला करना पड़ रहा है बल्कि उनकी चिंता है कि सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहा कोई कर्मी भी ड्यूटी के दौरान हमला कर सकता है।

एफबीआई की जांच के बाद के नेशनल गार्ड के 12 कर्मियों को सुरक्षा ड्यूटी से हटा दिया गया है जिनमें से दो ने बुधवार को होने वाले कार्यक्रम को लेकर उग्र बयान दिया था। हालांकि, पेंटागन के अधिकारियों ने उनकी विस्तृत जानकारी नहीं दी। ऐसा इसलिये भी किया गया है क्योंकि अमरीका का इतिहास यही बयां करता है। अमेरिकी संसद में ट्रंप समर्थकों की ओर से की गई हिंसा के बाद बाइडेन की सुरक्षा को लेकर डर इसलिए भी गहरा गया है क्योंकि अमेरिका में पहले भी चार राष्ट्रपतियों की हत्या हो चुकी है। 1865 में अब्राहम लिंकन की हत्या कर दी गई थी तो 1881 में जन्म गारफील्ड को मौत के घाट उतार दिया गया। 1901 में विलियम मैकिनले की हत्या कर दी गई तो 1963 में जॉन एफ कनेडी का भी यही अंजाम हुआ।
हालांकि, बाइडन को किसी विशेष खतरे का उल्लेख नहीं किया गया है। इसके बावजूद सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है। राष्ट्रीय राजधानी में लॉकडाउन जैसी स्थिति है और 25 हजार से अधिक सैनिक और पुलिस कर्मियों को सुरक्षा में लगाया गया है। सुरक्षा तैयारियों के तहत सड़कों पर टैंक और कंक्रीट के बैरिकेड लगाए गए हैं। राष्ट्रीय स्मारक को बंद कर दिया गया है। अमेरिकी संसद परिसर की घेराबंदी की गई और हर रास्ते पर जांच चौकी बनाई गई है। पूरे कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा जिम्मेदारी संभाल रहे सीक्रेट सर्विस के अधिकारियों ने कहा कि वे किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार हैं।