हम अक्सर अपने मेकअप किट की चीजों को लेकर कंफ्यूज होते रहते हैं। ऐसे उत्पादों में ब्लशर और हाइलाइटर शामिल हैं। मेकअप के दौरान हम ऊपरी गाल, मध्य माथे, ठुड्डी और आंखों के अंदरूनी कोने पर ब्लशर या हाइलाइटर का इस्तेमाल करते हैं। ब्लशर और हाइलाइटर एक दूसरे से बहुत अलग हैं, और वे अलग-अलग उद्देश्यों की पूर्ति भी करते हैं।
ब्लशर और हाइलाइटर में क्या अंतर है?
ब्लशर का उपयोग करना
मेकअप के दौरान गालों पर ब्लशर का इस्तेमाल किया जाता है। यह गालों को चमकदार बनाकर चेहरे को निखारता है। बाजार में ब्लशर के कई शेड्स उपलब्ध हैं। आप अपनी स्किन टाइप के हिसाब से ब्लशर चुनकर बेस्ट लुक पाने के लिए इन रंगों का इस्तेमाल कर सकती हैं।
हाइलाइटर का उपयोग करना
इसका उपयोग ऊपरी गालों के साथ-साथ फोरहेड , चिन और आंखों के कोनों पर भी किया जा है। ब्लशर की तरह ही हाइलाइटर भी अलग-अलग रंगों में होते है। आप अपनी ड्रेस को ध्यान में रखते हुए हाइलाइटर के शेड्स चुन सकती हैं।
रूप में अंतर
ब्लशर आमतौर पर क्रीम या पाउडर के रूप में आता है। वहीं, क्रीम और पाउडर के अलावा लिक्विड फॉर्म में हाईलाइटर भी मिलता है।
पहले क्या उपयोग करें?
मेकअप के दौरान अक्सर जानकारी के अभाव में महिलाएं ब्लशर और हाईलाइटर एक साथ लगाती हैं। बेहतरीन मेकअप लुक पाने के लिए बेहतर है कि ब्लशर लगाने के बाद ही हाइलाइटर लगाएं।
फ़ायदे:
ब्लशर और हाइलाइटर दोनों ही आपके चेहरे को फ्रेश लुक देने में मददगार होते हैं। जहां ब्लशर आपके फेस को चमकदार बनाता है, वहीं हाइलाइटर चेहरे के उस हिस्से को अधिक परिभाषा देता है, जिस पर आप इसे लगाते हैं। साथ में आपको सुंदर महसूस कराता है।