Health Tips: बेल के पत्तों में छिपा है जनसंख्या नियंत्रण का राज, कैंसर और लीवर के लिए भी फायदेमंद

Samachar Jagat | Wednesday, 30 Mar 2022 07:21:01 PM
Chewing so many bel leaves every day ends sugar in 1 month

कहते हैं शिव जी को बेल के पत्ते सबसे ज्यादा पसंद होते हैं, हालांकि फटे बेल पत्ते चढ़ाने की मनाही है और चिकनी तरफ से बेल पत्र चढ़ाने का विधान है। ऐसे में आपको शायद ही पता होगा कि बेलपत्र से धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों तरह से फायदे होते हैं। जी हां और इसका वर्णन आयुर्वेद में भी है इसलिए बेलपत्र का सेवन सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। आपको बता दें कि बेलपत्र में पेंटीन और मार्मेलोसिन होता है, जो शुगर को कम करने का काम करता है। जी हां और इसके अलावा यह पसीने से आने वाली बदबू को भी खत्म करता है।

इसके साथ ही बेलपत्र का रस पीने से पेट संबंधी बीमारियों से भी राहत मिलती है। आपको बता दें कि आयुर्वेद और एलोपैथिक दोनों में इसके चूर्ण भी बनाए जा रहे हैं। जी हां और लोगों को इसका सीधा फायदा मिल रहा है. इतना ही नहीं, इसके अलावा बेल के पत्तों में पोटैशियम, आयरन, मैग्नीशियम होता है और वह भी सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इसके साथ ही बेल के पत्ते और फल दोनों ही शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं।


 
इस कारण इसका प्रयोग अधिक लाभकारी होता है और पूजा में भी उपयोगी होता है। बहुत कम लोग जानते हैं कि रोजाना 20 ताजा बेलपत्र दांतों से चबाने से चीनी खत्म हो जाती है और सिर्फ 1 महीने में ही, हालांकि यह उपाय आपको रोजाना करना होगा। आपको बता दें कि आज के समय में बेल से कई तरह की दवाएं बनाई जा रही हैं। आप जानते ही होंगे कि बेल का पेड़ पूरी तरह से भारतीय है और इसलिए इसका महत्व प्राचीन काल से ही बना हुआ है।



 

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