धनतेरस दिवाली उत्सव का पहले दिन की शुरुआत है और धनतेरस धन और समृद्धि का त्योहार है। यह सबसे बड़े हिंदू त्योहारों में से एक है। इस दिन देवी लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। धन्वंतरि जिसे धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। आज शाम 6:02 बजे से शुरू होकर 23 अक्टूबर को शाम 6:03 बजे समाप्त होगी।
धनतेरस 2022: शुभ मुहूर्त (पूजा)
प्रदोष काल - 05:45 PM to 08:17 PM
वृषभ काल -07:01 PM to 08:56 PM
त्रयोदशी तिथि शुरू - 22 October 2022 at 06:02 PM
त्रयोदशी तिथि समाप्त - 23 October 2022 at 06:03 PM
धनतेरस 2022: शुभ मुहूर्त (सोना और चांदी खरीदें)
आप आज शाम में सोना-चांदी की खरीदारी कर सकते हैं और 23 अक्टूबर को आप पूरे दिन खरीदारी कर सकते हैं और सोना, चांदी और अन्य शुभ सामान खरीद सकते हैं।
धनतेरस 2022: पूजा विधि
- पूजा शुरू करने के लिए सबसे पहले घर के ईशान कोण साफ कर लें और वहां लकड़ी की चौकी बिछा दें।
- चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं और उस पर भगवान धन्वंतरि की मूर्तिको रखे ।
- साथ ही में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करें।
- चौकी की उत्तर दिशा में पानी से भरा कलश रखें और उस कलश के ऊपर चावल से भरी कटोरी रखें।
- अब उस कलश के मुख पर कलावा बांधें और रोली से स्वस्तिक का चिन्ह बनाएं।
- इस तरह मूर्ति और कलश की स्थापना के बाद भगवान का आह्वान करना चाहिए।
-गणेश जी और फिर भगवान धन्वंतरि की विधिवत पूजा करनी चाहिए।
- गणेश जी और धन्वंतरि जी को रोली-चावल का टीका लगाएं।
- उन्हें फल और मिठाई खिलाएं।
- इसके बाद भगवान को दूध, चावल से बनी खीर का भोग लगाएं।
- फिर भोग लगाकर धूप, दीपक और कपूर जलाएं और भगवान धन्वंतरि की आरती करें।
श्री गणेश और धन्वंतरि जी को हाथ जोड़कर धन्यवाद दें और उनके अच्छे जीवन और पूरे परिवार के अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करें।