टमाटर के बीज खाने से डायवर्टीकुलिटिस नामक स्थिति का खतरा बढ़ सकता है। इस स्थिति में आंतों में सूजन की समस्या हो सकती है। इसलिए डायवर्टीकुलिटिस से पीड़ित लोगों को टमाटर के बीज निकाल कर ही इसका सेवन करने की सलाह दी जाती है।
टमाटर की सब्जी दैनिक आहार में सबसे लोकप्रिय सब्जियों में से एक है। हरे-कच्चे और पके लाल टमाटर का उपयोग सलाद के लिए किया जाता है। वहीं टमाटर का इस्तेमाल खाना बनाने में भी किया जाता है। टमाटर में पाया जाने वाला लाइकोपीन एक फाइटोन्यूट्रिएंट है, जो एक मजबूत एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है। कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों से बचाव के लिए टमाटर का सेवन फायदेमंद माना जाता है, वहीं इसमें पाए जाने वाले विटामिन बी6, पोटैशियम, फोलेट और नियासिन जैसे पोषक तत्व हृदय, लीवर और त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ाते हैं। हालांकि इसके बीजों के साथ टमाटर का सेवन सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। जी हां, टमाटर एक सेहतमंद सब्जी है, लेकिन ज्यादा टमाटर के बीज खाने से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। टमाटर के बीज खाने के हानिकारक प्रभावों के बारे में यहां पढ़ें।
किडनी स्टोन की समस्या हो सकती है गंभीर
टमाटर के बीज के नुकसान में से एक गुर्दे की पथरी की समस्या माना जाता है। बहुत अधिक टमाटर खाने से गुर्दे की गंभीर पथरी हो सकती है। ऐसा कहा जाता है कि टमाटर के बीज गुर्दे की पथरी का कारण बन सकते हैं और उन लोगों की समस्याओं को बढ़ा सकते हैं जो पहले से ही पीड़ित हैं। दरअसल टमाटर के बीजों में मौजूद ऑक्सालेट नाम का तत्व किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे किडनी में बड़ी मात्रा में कैल्शियम जमा हो सकता है, जो धीरे-धीरे पथरी में बदल सकता है।
आंतों की सूजन
टमाटर के बीज खाने से डायवर्टीकुलिटिस नामक स्थिति का खतरा बढ़ सकता है। इस स्थिति में आंतों में सूजन की समस्या हो सकती है। इसलिए डायवर्टीकुलिटिस से पीड़ित लोगों को टमाटर के बीज निकाल कर ही इसका सेवन करने की सलाह दी जाती है। हालांकि, इसके लिए पर्याप्त तथ्य उपलब्ध नहीं हैं और इस विषय पर लगातार शोध किया जा रहा है।
टमाटर का सेवन कैसे करें?
किसी भी सब्जी या दाल में टमाटर डालने से पहले टमाटर को काट कर उसके बीज निकाल दीजिये. फिर, बाकी को अपनी डिश में डालें। जिन लोगों को किडनी स्टोन या किडनी से संबंधित अन्य समस्या है उन्हें हमेशा टमाटर के बीज निकाल कर ही टमाटर का सेवन करना चाहिए। टमाटर का पाउडर बाजार में आसानी से मिल जाता है। इस पाउडर का उपयोग सूप या करी जैसे व्यंजन बनाने के लिए किया जा सकता है।