Gold Hallmarking Rule: हॉलमार्किंग नियमों में बदलाव, अब आईडी की जगह लाइसेंस नंबर दिखेगा

Samachar Jagat | Thursday, 18 May 2023 02:53:09 PM
Gold Hallmarking Rule: Changes in hallmarking rules, now license number will appear in place of ID

हॉलमार्किंग नियमों में नए बदलाव के बाद अब बीआईएस केयर में 6 अंकों का एचयूआईडी नंबर दर्ज करने पर जौहरी का लाइसेंस नंबर, हॉलमार्किंग केंद्र का नाम, पंजीकरण संख्या, पता, गहनों का प्रकार, हॉलमार्किंग की तारीख और सोने की शुद्धता प्रदर्शित होगी। यानी ज्वैलर के नाम के अलावा ज्वैलरी से जुड़ी अन्य सभी जानकारियां आपको मिल जाएंगी।


भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने सोने के आभूषणों की हॉलमार्किंग को लेकर बड़ा बदलाव किया है। ज्वैलर्स एसोसिएशन की लगातार मांग को देखते हुए बीआईएस ने यह फैसला लिया है। इसके तहत अब बीआईएस केयर ऐप में 6 अंकों का हॉलमार्किंग आईडी नंबर डालने पर हॉलमार्किंग करने वाले जौहरी का नाम नहीं, बल्कि उसका लाइसेंस नंबर दिखाई देगा।

हॉलमार्किंग एक अप्रैल से लागू हो गई है।

ज्वेलर्स एसोसिएशनों द्वारा की जा रही लगातार बदलाव की मांगों को लेकर भारतीय मानक ब्यूरो ने यह फैसला लिया है। दरअसल, 1 अप्रैल 2023 से देश के 288 जिलों में सोने के आभूषणों पर 6 अंकों की हॉलमार्किंग लागू कर दी गई है। हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन (एचयूआईडी) डालने के बाद बीआईएस केयर ऐप में आईडी नंबर डालकर उस ज्वैलरी और ज्वेलर की पूरी जानकारी हासिल की जा सकती है।

ज्वेलर्स को इन दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था

इस नियम के लागू होने के बाद ज्वैलर्स को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। दरअसल, ज्वैलर्स एसोसिएशन ने कहा कि जब कोई ग्राहक छोटे और खुदरा ज्वैलर्स से ज्वैलरी खरीदता है तो उस ज्वेलरी पर हॉलमार्किंग में उसका नाम नहीं आता है। इससे ग्राहकों में विश्वास का संकट पैदा हो रहा है। ऐसे में ग्राहक छोटे ज्वैलर्स की बजाय सीधे बड़े सेलर्स की तरफ ज्यादा रुख कर रहे हैं.

छोटे-खुदरा कारोबारियों के कारोबार पर असर

जब ग्राहक सोने के आभूषणों की खरीद के लिए सीधे थोक विक्रेताओं या बड़े निर्माताओं के पास पहुंचते हैं तो इससे छोटे और फुटकर ज्वैलर्स का कारोबार बुरी तरह प्रभावित होता है. इसका कारण यह है कि कई छोटे और फुटकर ज्वैलर्स अपनी दुकान के लिए बड़े निर्माताओं से सामान खरीदते हैं और उनके द्वारा खरीदे गए आभूषणों पर उन निर्माताओं का नाम दिखाई देता है। ऐसे में छोटे कारोबारी अगर जेवर बेचते हैं तो उनका नाम नहीं आता है। पिछले महीने ज्वैलर्स एसोसिएशन ने इसे लेकर उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के सचिव के साथ बैठक में अपनी समस्या रखी थी.

अब यह डिटेल बीआईएस केयर पर उपलब्ध होगी, इसके बाद भारतीय मानक ब्यूरो ने बीआईएस केयर ऐप से ज्वैलर्स का नाम हटाने का फैसला किया है। नए बदलाव के बाद अब बीआईएस केयर में 6 अंकों का एचयूआईडी नंबर डालने पर जौहरी का लाइसेंस नंबर, हॉलमार्किंग सेंटर का नाम, रजिस्ट्रेशन नंबर, पता, गहनों का प्रकार, हॉलमार्किंग की तारीख और सोने की शुद्धता प्रदर्शित होगी। यानी ज्वैलर के नाम के अलावा ज्वैलरी से जुड़ी अन्य सभी जानकारियां आपको मिल जाएंगी।

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