आम का पन्ना हो या चटनी, पुलाव या कोई भी सब्जी हर खाने का स्वाद बढ़ाने के अलावा पुदीने का इस्तेमाल औषधि के रूप में भी किया जाता है। गर्मी से बचाने के लिए पुदीना रामबाण की तरह काम करता है। पुदीना मिनरल्स के साथ-साथ विटामिन-सी का भी बेहतरीन स्रोत है। आयुर्वेद के अनुसार पुदीने को वातहर जड़ी बूटी माना जाता है। पुदीना नाराज़गी, मतली और एसिडिटी से भी राहत दिलाता है। पुदीने की पत्तियों के सेवन से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं, आइए जानते हैं उनके बारे में।

पुदीना के स्वास्थ्य लाभ:
पाचन क्रिया को मजबूत बनाता है
पुदीने में एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाते है। पाचन से जुड़ी समस्या को दूर करने के लिए पुदीना काफी फायदेमंद साबित होता है। एसिडिटी की समस्या होने पर एक कप गुनगुने पानी में आधा चम्मच पुदीने का रस मिलाकर पिएं।

सर्दी जुकाम में फायदेमंद
नाक बंद होने पर पुदीने की पत्तियों को सूंघने से फायदा होता है। अगर आप गले की खराश से परेशान हैं तो पुदीने का काढ़ा बनाकर पीने से आपको राहत महसूस होती है। काढ़ा बनाने के लिए एक कप पानी में 10-12 पुदीने के पत्ते डालकर तब तक उबालें जब तक पानी आधा न रह जाए। अब इस पानी को छान लें और इसमें थोड़ा सा शहद मिलाकर पिएं।
सिरदर्द से राहत
पुदीने पर आधारित बाम या पुदीने का तेल लगाने से सिर दर्द से राहत मिल सकती है।

मुंह की देखभाल
पुदीने में कीटाणुनाशक गुण होते हैं, इसकी पत्तियों को चबाने से सांसों की दुर्गंध दूर होती है। इसके साथ ही यह मुंह के कीटाणुओं को भी मारता है।
वजन घटाने में सहायता
पुदीने में कैलोरी बहुत कम होती है। तनाव के कारण वजन कई गुना बढ़ जाता है और पुदीने की पत्तियों में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने के गुण होते हैं।
पुदीने से चमकाएं

पुदीना स्किन के सेल्स को नई ऊर्जा देता है, इसलिए कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स में पुदीने का इस्तेमाल किया जाता है। इससे स्किन की नमी भी बनी रहती है। एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुणों के कारण यह स्किन से अशुद्धियों को दूर करने में भी करता है।
मिचली आने पर पुदीना खाएं
मिचली या उल्टी होने पर पुदीने का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है। इसका उपयोग माउथ फ्रेशनर के रूप में भी किया जाता है। उल्टी आने पर पुदीने की पत्तियों को चबाकर खाएं तो राहत मिलेगी।