योग जीवन का सबसे महत्पूर्ण हिस्सा बन गया हैं और इससे मिलने वाले अनेक स्वास्थ्य लाभ हैं। फिट रहने का मतलब यह नहीं है कि आपको योग का विशेष ज्ञान होना चाहिए और सभी कठिन आसनों के बारे में जानकारी होनी चाहिए। अनुलोम विलोम प्राणायाम सबसे आम और आसान आसनों में से एक है।
अनुलोम विलोम प्राणायाम में साँस लेते समय एक नाक को बंद रखना होता है और फिर साँस दूसरे नाक से छोड़नी होती है। अनुलोम विलोम किसी भी प्रकार के ध्यान अभ्यास के लिए सबसे आसान विकल्प है। यह भी बताया गया है कि वैकल्पिक नाक से सांस लेने से हृदय क्रिया पर पॉजिटिव इफ़ेक्ट पड़ता है।
यहाँ अनुलोम विलोम प्राणायाम के लाभ दिए गए हैं।
अनुलोम विलोम अवसाद, तनाव और चिंता को दूर रखने में मदद करता है।
आप अधिक सांस लेते हैं, तो आप अपने शरीर को पूरी तरह से ऑक्सीजन प्रदान करते हैं जिससे आपके श्वसन तंत्र को मदद मिलती है।
अनुलोम विलोम, यदि प्रतिदिन इसका अभ्यास किया जाए तो अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसे श्वसन संबंधी समस्या से छुटकारा मिलेग।
इस अभ्यास से ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है, कंसंट्रेशन लेवल को सुधारता है, धैर्य बढ़ाता है और निर्णय लेने की क्षमता और आविष्कार में मदद करता है।
व्यायाम नेगेटिव विचारों और क्रोध, बेचैनी, निराशा और विस्मृति जैसी नेगेटिव इमोशन को दूर करता है।
इससे आपकी स्किन को भी लाभ मिलता हैं जिससे वह सूंदर और शाइन नजर आती है।
अनुलोम विलोम से वजन भी घटता हैं।
रोजाना व्यायाम करने से कब्ज, एसिडिटी, एलर्जी की समस्या, अस्थमा जैसी समस्याएं नहीं होती।