जिवितपुत्रिका व्रत आश्विन मास में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में महिलाओं द्वारा व्यापक रूप से मनाया जाने वाला जितिया व्रत या जीवितपुत्रिका व्रत सबसे कठिन उपवासों में से एक माना जाता है। यह व्रत महिलाएं अपने बच्चों की लंबी और स्वस्थ जिंदगी के लिए रखती हैं।
जिवितपुत्रिका व्रत 2022: तिथि और समय
इस वर्ष जिउतिया के लिए अष्टमी तिथि 17 सितंबर को शाम 4:44 बजे शुरू होती है और यह 18 सितंबर को शाम 7:02 बजे, द्रिक पंचांग के अनुसार समाप्त होती है।
महिलाएं 19 सितंबर को सुबह 6:10 बजे के बाद जितिता पारान कर सकती हैं।
दिन का सबसे शुभ मुहूर्त अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:51 बजे से दोपहर 12:40 बजे तक है।
जिवितपुत्रिका व्रत 2022: पूजा विधि
- सूर्योदय से पहले उठें और स्नान करें
- सर्वशक्तिमान से प्रार्थना करें
- पूरे दिन निर्जला व्रत रखें
- व्रत के दूसरे दिन सूर्य को अर्घ्य दें
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महिलाएं ज्यादातर तीसरे दिन ही भोजन करती हैं।