हिंदू धर्म में त्योहारों का अपना एक विशेष महत्व है। कजरी तीज भाद्रपद शुक्ल पक्ष की कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। यह हरियाली तीज के 15 दिनों के बाद आती है। कजरी तीज मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में मनाई जाती है। इस त्योहार को बूढ़ी तीज और सतोदी तीज के नाम से भी जाना जाता है।
इस साल कजरी तीज 14 अगस्त रविवार को है। इस दिन भगवान महादेव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। हरियाली तीज और हरतालिका तीज की तरह कजरी तीज भी शादीशुदा महिलाओं के लिए काफी अहमियत रखती है। माना जाता है कि इस दिन व्रत करने से वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
कजरी तीज 2022: शुभ मुहूर्त
इस बार कजरी तीज 14 अगस्त को मनाई जाएगी। तृतीया तिथि 13 अगस्त की रात 12 बजकर 55 मिनट से शुरू होगी और 14 अगस्त की रात 10 बजकर 37 मिनट पर तृतीया तिथि समाप्त होगी।
कजरी तीज 2022 पूजा विधि
कजरी तीज पर विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं, और कई अविवाहित लड़कियां भी अच्छे पति की प्रार्थना करते हुए व्रत रखती हैं। इस दिन देवी नीमड़ी की पूजा की जाती है। कजरी तीज के दिन, भक्त सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनते हैं। वे पूजा कलश पर सिंदूर का तिलक लगाते हैं और उसके चारों ओर एक पवित्र धागा बांधते हैं, और उसके बाद वे नीमड़ी माता की पूजा विधि-विधान से करते हैं।