गर्मी एक ऐसा समय है जब डिहाइड्रेशन अपने चरम पर होता है और आप सिर्फ ठंडा पीना और खाना पसंद करते है। गर्मियों में, लोग हमेशा ऐसे ड्रिंक की तलाश में रहते हैं जो गर्मी से राहत दे और उन्हें तरोताजा महसूस कराएं। जबकि बाजार में कई तरह के जूस और ड्रिंक उपलब्ध हैं, फिर भी लोग अपनी पारंपरिक ड्रिंक पीना पसंद करते हैं।
ऐसे कई ड्रिंक हैं जो पैक्ड ज्यूस और मिल्कशेक के आने से पहले अस्तित्व में हैं। ये पारंपरिक ड्रिंक कूलिंग इफ़ेक्ट के लिए जाने जाते हैं और इन्हें घर पर आसानी से बनाया जा सकता है।
छाछ
भारतीय घर में हर व्यक्ति लंच के समय छाछ का सेवन जरूर करता है। छाछ से पाचन संबंधी समस्याओं को रोकने के लिए जाना जाता है क्योंकि यह प्रोबायोटिक गुणों से भरपूर होती है जो आपके स्वस्थ को सही रखने में मदद करती है।
बाबरी बियोल
जम्मू और कश्मीर का यह पारंपरिक ड्रिंक है। इस ड्रिंक से अत्यधिक स्वास्थ्य में लाभ मिलता है क्योंकि इसमें दूध, पानी, तुलसी के बीज और नारियल शामिल हैं। दूध जहां कैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर होता है, वहीं तुलसी के बीज ब्लड प्रेशर और शुगर को कण्ट्रोल करने में मदद करते है।
आम पन्ना
ग्रीष्म ऋतु आमों का मौसम है और इस मौसम में सब को आम बहुत पसंद होते है।
यह मसालेदार ड्रिंक कच्चे आम से बनाया जाता है इसमें विटामिन सी होता है और इसे इम्युनिटी बूस्टर कहा जाता है। ये ड्रिंक भारत के उत्तर-पश्चिम क्षेत्रों में लोकप्रिय है।
तिखुर शेरबाटी
छत्तीसगढ़ का पेय अपने आप में काफी अनोखा है। ये कर्कुमा अंगुस्टिफोलिया नामक स्वदेशी जड़ी बूटी से बनाया गया है। इसे रात भर पानी में भिगोकर और फिर पेस्ट बनाकर धूप में सुखाकर ग्लोब्यूल्स बनते हैं। बाद में इस दिलचस्प पेय को बनाने के लिए इन ग्लोब्यूल्स का उपयोग किया जाता है। यह गर्मियों में तुरंत ऊर्जा का स्रोत है क्योंकि पेय में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है।
पीयूष
महाराष्ट्र और गुजरात के पसंदीदा ड्रिंक में से एक, पीयूष ड्रिंक है। इसे बहुत सी चीजों को एक साथ मिलाकर बनाया जाता है। इसमें श्रीखंड, छाछ, जायफल, केसर और ढेर सारे सूखे मेवे होते है। इसका स्वाद मीठा होता है जो शरीर को ताजगी देता है।