आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ़ इण्डिया (यूआईडीएआई) की ओर से आप सभी के लिए महत्वपूर्ण जानकारी है। आप इंटरनेट से ई आधार कार्ड डाउनलोड करते है तो आपका आधार जोखिम में हैं क्योंकि इसे पब्लिक गैजेट से चोरी करके इसका दुरुपयोग किया जा सकता है।इसलिए आपको पब्लिक कंप्यूटरों के उपयोग से बचना चाहिए। कोई ऐसा करता है, तो यह रिकमेन्डेशन की जाती है कि ई-आधार की सभी डाउनलोड की गई कॉपी हटा देनी चाहिए।
यूआईडीएआई आधार ने हाल ही में अपने ऑफिसियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट शेयर किया है और यूजर को किसी भी पब्लिक कंप्यूटर से ई-आधार डाउनलोड नहीं करने की चेतावनी दी है। इसमें कहा गया है कि अगर इसे डाउनलोड भी किया जाता है, तो ई-आधार की सभी डाउनलोड की गई कॉपी को हटाना होगा।
आधार के ट्वीट में कहा गया है, "#BewareOfFraudsters ई-आधार डाउनलोड करने के लिए कृपया इंटरनेट कैफे/कियोस्क में सार्वजनिक कंप्यूटर का उपयोग करने से बचें। हालांकि, यदि आप ऐसा करते हैं, तो #eAadhaar की सभी डाउनलोड की गई प्रतियों को हटाने की रिकमेन्डेशन दी जाती है।"
आधार कार्ड अब किसी की पहचान के लिए सबसे इम्पोर्टेन्ट डॉक्यूमेंट है। यह यूआईडीएआई द्वारा सभी भारतीय नागरिकों को जारी की गई 12 अंकों की एक निःशुल्क आइडेंटिटी नंबर है। आधार कार्ड यूजर को ये भी ध्यान देना चाहिए आधार अधिनियम के तहत एक ई-आधार सभी कारणों से आधार की फिजिकल कॉपी के रूप में मान्य है।
नोट: आधार से संबंधित किसी भी प्रश्न और विवरण के लिए, उपयोगकर्ताओं को यूआईडीएआई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाने की सलाह दी जाती है।