ज्याेतिष शास्त्र में ग्रहाें के राशि परिवर्तन का खास महत्व है, इस साल अप्रैल माह में अद्भुत संयाेग बनने वाला है। इस माह नाै ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नौ ग्रहों में गुरु, शनि और राहु-केतु काफी लंबे समय तक एक राशि में रुकते हैं, इस वजह से इनके राशि परिवर्तन का महत्व काफी अधिक है। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि गुरु ग्रह एक राशि में करीब 12-13 माह तक रहते हैं, शनि करीब ढाई साल और राहु-केतु 18-18 माह तक एक राशि में रहते हैं। मंगल ग्रह 45 दिन तक और बुध, शुक्र, सूर्य ग्रह करीब एक माह तक एक राशि मे रहते हैं। जिसमें गुरु और शनि की चाल बदलती रहती है, यानी ये ग्रह मार्गी से वक्री और वक्री से मार्गी होते रहते हैं, इस वजह से इनकी एक राशि में रुकने की अवधि कम या ज्यादा हो सकती है। शुक्रवार से 2022 का चौथा महीना अप्रैल शुरू हो रहा है। इस महीने में धर्म और ज्योतिष के नजरिए से कई खास बातें होने वाली हैं। इस महीने की शुरुआत में हिन्दी नववर्ष शुरू होगा और अंत सूर्य ग्रहण होगा। हालांकि ये ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। अप्रैल में 1 तारीख को चैत्र अमावस्या है। इस दिन संवत् 2078 खत्म होगा। इसके बाद 2 तारीख से संवत् 2079 शुरू हो जाएगा। इसी दिन चैत्र नवरात्रि भी शुरू हो रही है। इस साल चैत्र नवरात्रि पूरे नौ दिन की रहेगी। 10 अप्रैल को श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जाएगा।
ज्योतिषीय नजरिए से अप्रैल बहुत खास रहने वाला है। इस महीने सभी 9 ग्रहों की चाल बदल जाएगी। ऐसा संयोग बहुत कम बनता है। अप्रैल में सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि और राहु-केतु के राशि परिवर्तन का असर मौसम के साथ ही देश की राजनीति, न्याय, शिक्षा और अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा। इन ग्रहों के कारण बड़े प्रशासनिक बदलाव भी होंगे।
सभी नौ ग्रह अप्रैल में बदलेंगे राशि
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि इस बार अप्रैल ज्योतिष के लिहाज से बहुत खास है, क्योंकि इस महीने में सभी नौ ग्रह राशि बदल रहे हैं। ऐसा सैकड़ों सालों में होता है, तब एक ही महीने में सभी 9 ग्रह राशि बदलते हैं। 14 अप्रैल को सूर्य मीन से मेष राशि में प्रवेश करेगा। 7 अप्रैल को शुक्र मकर से कुंभ में प्रवेश करेगा। 8 अप्रैल को बुध ग्रह मीन से मेष राशि में और 24 अप्रैल को वृषभ राशि में जाएगा। 13 अप्रैल को गुरु कुंभ से मीन राशि में प्रवेश करेगा। 27 अप्रैल को शुक्र कुंभ राशि से मीन में जाएगा। 28 अप्रैल शनि मकर से निकलकर कुंभ में आ जाएगा। 12 अप्रैल को राहु मेष में और केतु तला राशि में आ जाएगा। चंद्र पर करीब ढाई दिन में राशि बदल लेता है।
यह होगा असर
विश्वविख्यात भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि देश की राजनीति में बड़े बदलाव होंगे। नए चेहरे और युवाओं को मौका मिलेगा। कुछ नेताओं को हानि होगी। पड़ोसी देशों से तनाव बढ़ेगा। अनचाही घटनाएं होगी। वाद विवाद ज्यादा होंगे। भूकंप आगजनी रेल और वायुयान दुर्घटना होगी। किसी प्रसिद्ध व्यक्ति का निधन। बाजार और व्यापार को फायदा होगा। किसानो को फायदा होगा। अन्न उत्पादन ज्यादा होगा। लोहा इस्पात मेडिकल और केमिकल्स व्यापार तरक्की करेंगे। आंखों एवं त्वचा के रोग बढ़ेंगे।
संक्रमण से मिलेगी राहत
विश्वविख्यात भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि कुंभ राशि में गुरु के गोचर से खेती एवं व्यवसाय, रत्नों का काम करने वालों काे लाभ हाेगा। पिछले कुछ समय से कोरोना महामारी के चलते संघर्ष कर रहे लोग गुरु के इस गोचर से अब कुछ चैन की सांस ले सकेंगे। संक्रमण से लोगो को राहत मिलेगी। कुंभ में गुरु के गोचर से धार्मिक उत्सवों का आयोजन बढ़ेगा तथा दवा निर्माण के कार्य में भी तेजी आएगी। शनि के 30 साल बाद कुंभ राशि मे जाने से मीन राशि के जातकों की साढ़े साती शुरू हो जाएगी।
बढ़ेगा शनि का प्रभाव
भविष्यवक्ता डा. अनीष व्यास ने बताया कि जिस वार से साल की शुरुआत होती है, उस दिन का स्वामी ही वर्ष का राजा होता है। शनि का अपनी ही राशि यानी कुंभ में होना उनकी शक्ति में इजाफा करने वाला रहेगा। नव संवत्सर प्रारंभ होने पर शनि देव ही राजा बन जाएंगे। इसलिए उनका प्रभाव और बढ़ जाएगा। शनि के राजा बनते ही देश में न्याय प्रक्रिया मजबूत होगी और गति पकड़ेगी। भारत समेत धर्म, अध्यात्म, शिक्षा और संस्कृति क्षेत्रों के लोगों का मान-सम्मान बढ़ेगा। मंत्री बृहस्पति के रहते महिलाओं और युवाओं को रोजगार के मौके मिलेंगे। आमदनी के नए रास्ते भी खुलेंगे।
उपाय
विश्वविख्यात भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए। लाल चंदन या सिंदूर का तिलक लगाना चाहिए। मसूर की दाल का दान करें। शहद खाकर घर से निकलें। हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें। मंगलवार को बंदरों को गुड़ और चने खिलाएं। भगवान श्री विष्णु की उपासना करें। बंदर, पहाड़ी गाय या कपिला गाय को भोजन कराएं। रोज उगते सूर्य को अर्घ्य देना शुरू करें। जन्मदाता पिता का सम्मान करें, प्रतिदिन उनके चरण छुकर आशीर्वाद लें ।
विश्वविख्यात भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास बता रहे हैं नौ ग्रहों की राशि परिवर्तन का 12 राशियों पर असर
मेष: आर्थिक स्थिति मजबूत होगी बीमारी का अंदेशा है।
वृष: प्रमोशन के योग बनेंगे। सेहत संबंधी परेशानियां हो सकती हैं।
मिथुन: रोजगार मिलेगा। समृद्धि बढ़ेगी।
कर्क: तनाव और दौड़-भाग रहेगी। समस्याएं सुलझ जाएंगी।
सिंह: मेहनत ज्यादा होगी और उसका फायदा मिलेगा।
कन्या: मांगलिक कामों के योग बनेंगे। खर्चा भी बढ़ेगा।
तुला: प्रॉपर्टी खरीदी-बिक्री के साथ ही रियल एस्टेट में निवेश के योग हैं।
वृश्चिक: परिवार से मदद मिलेगी। खर्चों पर नियंत्रण रखें।
धनु: मेहनत के मुताबिक सफलता मिलेगी। संतान संबंधी चिंता रहेगी।
मकर: खर्चा बढ़ेगा। सेहत संबंधी परेशानी भी रहेगी।
कुंभ: सेहत संबंधी परेशानी रहेगी। तनाव बढ़ेगा।
मीन: धन हानि और सेहत संबंधी परेशानी होगी। स्थान परिवर्तन के योग हैं।