इंटरनेट डेस्क। पीएम मोदी द्वारा आज सुबह लंबे समय से चल रहे किसान आंदोलन को खत्म करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने के फैसले का कई वरिष्ठ नेताओं ने स्वागत किया। मोदी सरकार के पहले मंत्रिमंडल में शामिल रही पूर्व केंद्रीय मंत्री और अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर ने तीन काले कानूनों को रद्द करने के फैसले को किसानों की जीत बताया। उन्होंने कहा कि इन तीन काले कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ 1.5 साल की लड़ाई के बाद किसानों को जीत मिली है। आज उन 800 किसानों को याद करने का दिन है जिन्होंने इन क़ानूनों की वापसी के लिए अपनी जान गवाई।
एएनआई न्यूज एजेंसी के अनुसार, पंजाब के अकाली दल की वरिष्ठ नेता हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि हम किसानों के बलिदान को कभी नहीं भूल पाएंगे। सच मायने में आज ही किसानों को आजादी मिली है। इससे पहले, नवजोत सिंह सिद्धू, पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, दिल्ली सीएम केजरीवाल सहित कई नेताओं ने आज इस फैसले का स्वागत किया।
इससे पहले, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस फैसले को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा कि आज का दिन भारतीय इतिहास में 26 जनवरी और 15 अगस्त की तरह लिखा जाएगा। केंद्र सरकार को किसानों के संघर्ष के आगे झुकना पड़ा और तीनों काले क़ानून वापस लेने पड़े।