इंटरनेट डेस्क। गुजरात, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली और तमिलनाडु समेत कई राज्य इस समय बिजली संकट का लगातार सामना करना रहे हैं। कोयले की कमी से देशभर के कई राज्यों में विद्युत संकट लगातार गहरा रहा है। कोयले से बनने वाली बिजली की मांग बढ़ी है। वहीं कोयला आधारित थर्मल पॉवर प्लांट में कोयले का स्टॉक खत्म होने के कगार पर है। कोयले की कमी के चलते बिजली उत्पादन पर लगातार असर पड़ रहा है। यही कारण है कि कई राज्यों में लगातार पावरकट देखने को मिल रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, देश में 70 फीसदी बिजली का उत्पादन कोयला से होता है। रिपोर्ट के मुताबिक कहा जा रहा है कि देश के थर्मल प्लाट्ंस में चार से पांच दिन का स्टॉक ही शेष बचा है। कोयले की ये देश में तब है जब भारत कोयले का दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा आयातक देश हैं। लेकिन इसके बावजूद देश में कोयले की कमी प्रश्नचिन्ह खड़े कर रही है। माना ये भी जा रहा है कि यदि कोयले की कमी ऐसे ही बनी रही तो देश में संभावित ब्लैकआउट हो सकता है। मतलब आने वाले दिनों में पूरा देश अंधेरे में डूब सकता है।
रिपोर्ट में ये भी कहा है कि इस वर्ष देश में कोयले का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है लेकिन कई राज्यों में अत्यधिक बारिश के कारण कोयला खदानों से थर्मल प्लांट्स ईकाइयों तक पहुंचाने में दिक्कतें पैदा हुई हैं। दिल्ली में बिजली संकट को लेकर हाल ही में सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी पीएम मोदी को पत्र लिखा है। वहीं राजस्थान में भी पिछले एक हफ्ते से लगातार पावरकट से आमलोग पूरी तरह परेशान हैं।