कन्याकुमारी (तमिलनाडु) : दिल्ली के थिक टैंक और एनजीओ के खिलाफ एफसीआरए मामलों में आयकर के छापों की बुधवार को आलोचना करते हुए कांग्रेस ने कहा कि यह स्वतंत्र मीडिया और आवाजों को दबाने के लिए जानबूझकर की गई कार्रवाई है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आयकर विभाग ने कथित कर चोरी, विदेशों से दान प्राप्त करने से जुड़े कानून एफसीआरए के उल्लंघन, पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों द्बारा गलत तरीके से धन प्राप्त करने से जुड़े अलग-अलग मामलों में विभिन्न राज्यों में 100 से ज्यादा जगहों पर छापा मारा।
आयकर विभाग ने दिल्ली स्थित थिक-टैंक 'सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च’ (सीपीआर) और वैश्विक एनजीओ ऑक्सफॉम भी शामिल है। सूत्रों ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि विदेशों से धन प्राप्त करने से संबंधित कानून एफसीआरए (विदेशी चंदा नियमन अधिनियम) के उल्लंघन को लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।
उन्होंने बताया कि आयकर विभाग ने और तीन एनजीओ और परमार्थ संस्थाओं के खिलाफ औचक कार्रवाई की है। कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि अनुसंधान और सामाजिक संगठनों, स्वतंत्र परमार्थ ट्रस्ट जैसे सीपीआर, ऑक्सफॉम और आईपीएसएमएफ के खिलाफ ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के इशारों पर छापेमारी’ नृशंस कार्रवाई है। रमेश ने यहां एक वीडियो बयान में कहा, ''यह सभी स्वतंत्र मीडिया और आवाजों को खत्म करने के लिए जानबूझकर उठाया गया कदम है।’’