इंटरनेट डेस्क। पीएम मोदी द्वारा आज सुबह लंबे समय से चल रहे किसान आंदोलन को खत्म करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने के फैसले का कई वरिष्ठ नेताओं ने स्वागत किया। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस फैसले को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा कि आज का दिन भारतीय इतिहास में 26 जनवरी और 15 अगस्त की तरह लिखा जाएगा। केंद्र सरकार को किसानों के संघर्ष के आगे झुकना पड़ा और तीनों काले क़ानून वापस लेने पड़े।
एएनआई न्यूज एजेंसी के अनुसार, दिल्ली में सत्ता में मौजूद आम आदमी पार्टी ने भी किसानों आंदोलन का समर्थन किया था। वहीं स्वयं सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी केंद्र सरकार से कई बार तीनों काले कानूनों को वापस लेने की मांग की थी जिसके बाद आज इस पर फैसला आने से सीएम केजरीवाल भी बहुत खुश दिखाई दिये।
केजरीवाल ने आज मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि आज किसानों ने सभी सरकारों को बता दिया कि जनतंत्र में सरकारों को हमेशा जनता की बात सुननी पड़ेगी। यदि सरकार जनता की बात नहीं सुनेगी तो उस सरकार को ही हाथ धोना पड़ जाएगा।