अमृतसर : आम आदमी पार्टी (आप) ने पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सार्वजनिक मतदान के जरिए भगवंत मान को सीएम चेहरा घोषित किया है। भगवंत मान को आप ने पिछले साल पंजाब प्रदेश इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया था। मान वर्तमान में देश भर में आप के एकमात्र लोकसभा सांसद हैं। 2014 का लोकसभा चुनाव भी भगवंत मान ने जीता था।
भगवंत मान खुद बताते हैं कि राजनीति में आने से उन्होंने बहुत कुछ खोया। भगवंत मान और उनकी पत्नी का 2015 में ही तलाक हो गया था। अब तो उनके बच्चे भी उनसे बात नहीं करते। एक इंटरव्यू में खुद भगवंत मान ने कहा था, 'मैं अब अपने बच्चों से फोन पर भी बात नहीं करता। शायद मैं अपने परिवार को समय नहीं दे पा रहा था, इसलिए मुझे अपनी पत्नी से अलग होना पड़ा। हमने आपसी सहमति से तलाक ले लिया।' उसी इंटरव्यू में भगवंत मान ने कहा कि उन्होंने कई सालों से बच्चों और पत्नी से फोन पर बात नहीं की है. इसलिए अब वह पंजाब को अपना पूरा परिवार मानते हैं।
बरनाला रैली में @BhagwantMann का एलान - 1 जनवरी से उन्होंने संकल्प लिया है कि वे अब शराब को हाथ नहीं लगाएंगे, उन्होंने मंच पर अपनी माताजी और पंजाब की जनता के सामने वादा किया कि अपना तन मन धन पंजाब की सेवा के लिए लगाएंगे। pic.twitter.com/camx8Ac3Mb
— Manish Sisodia (@msisodia) January 20, 2019
भगवंत मान कभी देश के मशहूर कॉमेडियन थे। उन्होंने कई शो में भाग लिया और अपना नाम बनाया। इसके बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा और आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हो गए। 48 वर्षीय भगवंत मान के परिवार में एक लड़का और एक लड़की है जो अब विदेश में रहता है और वहां की नागरिकता ले चुका है। भगवंत मान संगरूर लोकसभा सीट से लगातार दूसरी बार सांसद बने हैं. भगवंत मान पर शराब पीने के बाद कई बार संसद आने का भी आरोप लगा था। जिसके बाद उन्होंने आप की एक जनसभा में कसम खाई थी कि वह अब कभी शराब नहीं पीएंगे।
भगवंत मान अपनी मां के साथ मंच पर आए थे और अपनी मां की कसम खाई थी कि, 'माँ कसम, मैंने 1 जनवरी से पूरी तरह से शराब छोड़ दी है और इसे आगे कभी नहीं छूऊंगा।' यह घटना जनवरी 2019 में हुई थी और इसकी पूरी रिपोर्ट खुद दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने एक ट्वीट में की थी।