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इंटरनेट डेस्क। 44 दिन से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र व आसपास चल रहे किसानों के प्रदर्शन को लेकर किसानों की केंद्र सरकार के साथ आज शुक्रवार को 8वें दौर की वार्ता होगी। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी किसान मोर्चे पर डटे हुए हैं। केंद्र सरकार से वार्ता से पहले गुरुवार को उन्होंने दिल्ली बॉर्डर पर ट्रैक्टर मार्च निकाला और अपनी मांगों के माने जाने तक प्रदर्शन जारी रखने की बात कही।
वहीं केंद्र सरकार ने कहा कि वह कानून वापस लेने के अलावा किसी भी प्रस्ताव पर विचार करने के लिए तैयार है। विज्ञान भवन में होने वाली इस वार्ता के दौरान किसानों के समक्ष सरकार नया फार्मूला भी पेश कर सकती है। वहीं कृषि कानूनों की समीक्षा के लिए विशेषज्ञ समिति का गठन हो सकता है।
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, खाद्य मंत्री पीयूष गोयल और वाणिज्य राज्य मंत्री सोम प्रकाश के साथ, किसान यूनियन के नेताओं के साथ सरकार की वार्ता की अगुवाई कर रहे हैं। 4 जनवरी को हुई पिछली बातचीत बेनतीजा साबित हुई। 30 दिसंबर को छठे दौर की वार्ता थोड़ी सफल रही थी। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि किसानों के साथ कानूनों के हर धारा पर चर्चा करके समाधान पाया जा सकता है। सरकार कानूनों में संशोधन करने के लिए तैयार है।