भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ की सदन की कार्यवाही के संबंध में कथित अमर्यादित टिप्पणी को लेकर बढèते विवाद के बीच आज विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि यदि किसी सदस्य को सदन की कार्यवाही''बकवास'’लगती है, तो उसे तुरंत की सदन की सदस्यता से त्यागपत्र देना चाहिए।
श्री गौतम ने यूनीवार्ता से चर्चा में यह टिप्पणी की। श्री गौतम ने कहा कि चाहे वे स्वयं (विधानसभा अध्यक्ष) हों, सदन के नेता हों, नेता प्रतिपक्ष हों या सदन का कोई भी सदस्य, यदि किसी को भी सदन की कार्यवाही बकवास लगती है, तो उसे तत्काल सदन की सदस्यता से त्यागपत्र दे देना चाहिए और सदन से बाहर हो जाना चाहिए।
श्री गौतम ने बताया कि उन्हें प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा का पत्र मिला है। श्री शर्मा ने जिक्र किया है कि पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने विधानसभा में होने वालीं कार्यवाहियों को बकवास बताया है। श्री गौतम के अनुसार उन्होंने मीडिया में चल रहे श्री कमलनाथ के साक्षात्कार का वह हिस्सा भी देखा है, जिसमें यह कहा जा रहा है कि''विधानसभा क्या भाजपा की बकवास सुनने जाऊं।'’इस तरह के शब्दों का उपयोग किया गया है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि श्री शर्मा का पत्र मिला है और उसे उन्होंने संज्ञान में लिया है। इस संबंध में नियम प्रक्रिया के तहत जो भी कार्रवाई होगी, वह की जाएगी। श्री गौतम ने कहा कि साथ ही वे व्यक्तिगत स्तर पर यह भी कहना चाहेंगे कि पहले वे भाजपा के कार्यकता हैं। फिर विधायक और इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष। इस नाते उनका दायित्व है कि वे निष्पक्ष भाव से कार्यवाही कर सभी सदस्यों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करें। भले ही वे सदस्य विपक्ष के हों या सत्तारूढ दल के।
श्री गौतम ने दोहराया और कहा कि इसलिए वे कहना चाहते हैं कि यदि किसी को भी लगता है कि विधानसभा की कार्यवाहियां बकवास हैं, तो उन्हें तत्काल सदन की सदस्यता से त्यागपत्र दे देना चाहिए।